2023 में लाॅन्च होगी देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन, पूरी तरह होगी मेड-इन-इंडिया
नई दिल्ली
देश में बिजली से चलने वाली ट्रेनों को जल्द ही हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेनों में बदलने का प्रयास शुरू हो चुका है। रेलवे और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि 1950 और 60 के दशक में डिजाइन की गई मेट्रो ट्रेनों को जल्द ही हाइड्रोजन ट्रेनों से बदला जाएगा। 2023 में लॉन्च होगी हाइड्रोजन ट्रेन उन्होंने बताया कि इसके लिए रेलवे वंदे वंदे मेट्रो ट्रेन का निर्माण कर रहा है जिसे 2023 में शुरू किया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि अभी ट्रेन का डिजाइन तैयार किया जा रहा है जिसका खुलासा अगले साल मई या जून तक तैयार कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह एक विश्वस्तरीय मेट्रो ट्रेन होगी, जो आगे की ओर एक बड़ी छलांग होगी। इस राज्य में सभी सरकारी वाहन होंगे इलेक्ट्रिक, चार्जिंग स्टेशन में भी होगी बढ़ोतरीइस राज्य में सभी सरकारी वाहन होंगे इलेक्ट्रिक, चार्जिंग स्टेशन में भी होगी बढ़ोतरी India’s First Hydrogen Train उन्होंने कहा, "ये वंदे मेट्रो ट्रेन इतनी बड़ी संख्या में निर्मित की जाएंगी कि देश भर में 1950 और 1960 के दशक की डिजाइन वाली सभी ट्रेनों को बदल दिया जाएगा।" उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि ये वंदे मेट्रो ट्रेनें मध्यम वर्ग और गरीबों का ख्याल रखेंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फोकस हाई-एंड कस्टमर पर नहीं है।
हाइड्रोजन आधारित ट्रेनों पर एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि वंदे भारत की तरह भारतीय इंजीनियर इसे डिजाइन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "डिजाइन की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है और हमें दिसंबर 2023 तक देश में पहली हाइड्रोजन ट्रेन शुरू करने में सक्षम हो जाएँगे।" इन फैमिली कारों को 2022 में खरीदा गया सबसे ज्यादा, बड़े आराम से बैठ सकते हैं 7 लोगइन फैमिली कारों को 2022 में खरीदा गया सबसे ज्यादा, बड़े आराम से बैठ सकते हैं 7 लोग नहीं होगा रेलवे का निजीकरण वैष्णव ने रेलवे के निजीकरण से इनकार करते हुए कहा, "रेलवे एक रणनीतिक क्षेत्र है और यह सरकार के पास रहेगा।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रेलवे वंदे भारत-3 डिजाइन पर काम कर रहा है, जिसमें स्लीपर क्लास भी होगी। इन ट्रेनों का इस्तेमाल लंबी यात्रा के लिए भी किया जाएगा। वर्तमान में, रेलवे एक दिन में 12 किमी रेलवे ट्रैक निर्माण कर रहा है, जो पहले केवल चार किमी प्रतिदिन हुआ करता था। अगले साल, रेलवे 16 किमी ट्रैक बिछाने का लक्ष्य हासिल कर लेगा। मंत्री ने कहा कि हालांकि प्रधानमंत्री ने एक दिन में 20 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने का लक्ष्य रखा है।