पांच वर्षीय आदिश्री ने श्रवण यन्त्र लगाकर पहली बार सुना माँ और मामा शब्द
रायपुर
भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव समिति, सकल जैन समाज द्वारा सुराना भवन नल घर चौक में आयोजित नि:शुल्क विशाल दिव्यांग शिविर के चौथे दिन 63 गूंगे बहरे दिव्यांगों को श्रवण यन्त्र वितरित किए गए। मुंगेली की 5 वर्षीय आदिश्री उपाध्याय जिसे जन्म से सुनाई नही देता है अपने मामा सुभाष तिवारी के साथ आई और श्रवण यंत्र लगते ही उसने पहली बार माँ और मामा शब्द सुना।
समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा कि जीवन भर सुनाई देने के पश्चात जब उम्र बढने के साथ सुनाई देना कम हो जाता है या बंद प्राय हो जाता है तो रोजमर्रा के कार्यों में बड़ी समस्या होने लगती है । इस उम्र में कई परिजन भी ध्यान नही देते हैं । जैन समाज ने इन बुजुर्गो की समस्या को ध्यान में रखते हुए भगवान महावीर के उपदेश जियो और जीने दो को चरितार्थ करते हुए आज 63 दिव्यांगों को श्रवण यन्त्र वितरित किए । समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कोचर व हरीश डागा ने बताया कि शिविर मुंगेली की 05 वर्षीय आदिश्री उपाध्याय जिसे जन्म से सुनाई नही देता है अपने मामा सुभाष तिवारी के साथ आई । विशेषज्ञ जी पी यादव ने ऑडियोमेट्री जांच कर बताया कि बच्ची श्रवण यन्त्र लगाकर सुन सकती है । आदि श्री को आज श्रवण यन्त्र लगाया गया उसने अपने जीवन में पहली बार अपना नाम आदिश्री व माँ मामा शब्द सुना उसकी खुशी उसके चेहरे पर देखते बनती थी।
समिति के महासचिव मनोज कोठारी , विकास धाड़ीवाल ने बताया कि शिवचरण के तीन बच्चों 20 वर्षीय अभिषेक, 18 वर्षीय प्रियंका व 16 वर्षीय देवयानी को श्रवण यन्त्र दिए गए तीनों भाई बहन पढ़ाई कर रहे हैं । कोषाध्यक्ष गुलाब दस्सानी, महावीर मालू व दीपचंद कोटडि?ा ने बताया कि 21 दिसम्बर को जयपुर पैर व श्रवण यन्त्र का वितरण दोपहर 3 बजे से किया जावेगा।