चीन में कोरोना का फिर कहर जारी पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात, अमेरिका ने दी चेतावनी
वाशिंगटन
"जीरो-कोविड पॉलिसी" में ढील देने के बाद से चीन में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। चीन में हर दिन कई हजार लोग वायरस की चपेट में आ रहे हैं। कोविड टेस्ट को लेकर दी गई छूट के चलते चीन में मामलों की संख्या आधिकारिक तौर कम दर्ज की जा रही है। इस बीच अमेरिका ने पूरी दुनिया को बड़ी चेतावनी जारी की है। अमेरिका को चिंता है कि चीन का कोविड-19 प्रकोप वायरस के नए उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) को जन्म दे सकता है।
अमेरिका का कहना है कि दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश "जीरो कोविड" प्रोटोकॉल में ढील देने के बाद गंभीर संक्रमण की लहर से जूझ रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को एक ब्रीफिंग में कहा, "जब चीन में मौजूदा प्रकोप की बात आती है, तो हम इसे जल्द से जल्द नियंत्रित करने की उम्मीद करते हैं। हम जानते हैं कि जो वायरस अभी तेजी से फैल रहा है उसमें म्यूटेशन होने और हर जगह लोगों के लिए खतरा पैदा करने की क्षमता है।"
उनके मुताबिक, अमेरिका को चिंता है कि चीन का कोविड-19 प्रकोप वायरस के नए रूप को जन्म दे सकता है जोकि दुनिया के लिए चिंताजनक साबित होगा। कई चीनी शहरों में कोविड-19 मामलों की लहर देखी जा रही है। बता दें कि पिछले लंबे समय से चीन की सत्ताधारीव कम्युनिस्ट पार्टी दावा करती आ रही है कि उसने वायरस पर नियंत्रण पा लिया है। लेकिन ताजा प्रकोप चौंकाने वाला है। कहा जा रहा है कि चीन कोरोना से होने वाली असली मौतों को छिपा रहा है। सोमवार को बीजिंग के श्मशान घाट से पुलिस और सुरक्षा गार्डों ने पत्रकारों को खदेड़ दिया गया।
क्वारंटाइन और आइसोलेशन प्रोटोकॉल सहित सख्त प्रतिबंधों को हटाने के सरकार के फैसले के बाद प्रकोप बढ़ गया है। जिनपिंग प्रशासन के सख्त प्रतिबंधों पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पिछले दिनों लोग सड़कों पर उतरे थे। विरोध तेज होता देख प्रशासन ने ढील देने का फैसला किया था। लेकिन जैसे ही ढील दी गई वैसे ही मामले तेज रफ्तार में फैलने लगे। हाल ही में चीनी अधिकारियों ने बताया था कि देश में कोरोना मामलों को ट्रैक करना असंभव हो चुका है इसलिए यह जान पाना कि कहां कितने मामले आए हैं, बेहद मुश्किल हो गया है।