कोविड गाइडलाइन के हिसाब से JP हॉस्पिटल में मरीजों के लिए अलग से वार्ड तैयार
भोपाल
कोरोना वायरस को लेकर एक बार फिर से अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य स्वास्थ्य महकमे ने सभी सीएमएचओ को कोविड गाइडलाइन के हिसाब से अस्पतालों में मौजूद व्यवस्थाओं का आडिट करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेशभर में सिर्फ भोपाल में एक मरीज कोरोना पॉजीटिव मिला है, पांच दिन पहले भी एक मरीज सामने आया था। इस समय कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 3 है। हांलाकि एहतियात के तौर पर शहर के जिला अस्पताल जेपी में कोरोना से प्रभावित मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आरके श्रीवास्तव ने बताया कि वार्ड आक्सीजन और दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसमें प्रभावित मरीज को रखने के साथ ही ऐसे प्रयास किए गए हैं कि यहां से वायरस नहीं फैल सके।
नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता
कोरोना के नए वैरिएंट से एक बार फिर दहशत का माहौल है। मन में सवाल उठ रहा है कि कोरोना की चौथी लहर आने वाली है। दरअसल अब ओमिक्रॉन का एक और सब वैरिएंट एक्सबीबी और एक्सबीबीवन सामने आया है। दुनिया के साथ-साथ देश में भी ओमक्रॉन के सब वैरिएंट का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस डब्ल्यूएचओ ने भी चौथी लहर की आशंका जताई है।
जुटा रहे डिटेल
प्रदेश के तमाम अस्पतालों में कितने आक्सीजन सिलेंडर हैं, कितने आॅक्सीजन बेड तैयार हैं, कहां पर कितने आईसीयू बेड हैं, इसकी डिटेल जुटाई जा रही है। प्रदेश में कुल 7 मरीज एक्टिव हैं। किसी भी मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
क्या हैं कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण
कोरोना का नया वैरिएंट बड़े पैमाने पर इंफेक्शन जरूर पैदा कर सकता है। लेकिन इनसे मरीजों की मौत होने और अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने जैसी स्थिति की गुजाइंश बेहद कम है। एक्सपर्ट के मुताबिक हमारे सामने जो नए वैरिएंट आ रहे हैं वो अधिक तेजी से फैलने और इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने में सक्षम हैं।
मास्क फिर जरूरी
करोना से बचाने के लिए लोग मास्क लगाकर बाजार व अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नजर आने लगे हैं। इसके साथ ही मास्क की बिक्री भी बड़ गई हैं, लेकिन अपने आपको सुरक्षित रखने के लिए लोग खुद से ही प्रयास करने में जुट गए हैं।