प्रदेश में 60 लाख युवा बेरोजगार, सरकार रोजगार देने के नाम पर पूरी तरह विफल : अभिनव बरोलिया
भोपाल
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिनव बरोलिया ने कहा है कि मप्र की शिवराज सिंह चौहान की सरकार रोजगार देने के नाम पर पूरी तरह विफल है। भाजपा सरकार प्रदेश भर में रोजगार मेले लगाकर शिक्षित युवाओं को रोजगार देने के नाम पर करोड़ों रूपये सरकारी खजाने से व्यय कर अपनी झूठी वाहवाही लूटने में लगी हुई हैं, लेकिन धरातल पर युवाओं को को लूटा ही जा रहा है। यदि किसी युवा को रोजगार मेले में रोजगार मिलता भी है तो 2 से 3 हजार रूपये देने की बात सामने आती है, इतनी राशि मंे उनका आने-जाने का खर्च भी नहीं निकल पाता और वे हताश होकर रोजगार छोड़ देते हैं।
बरोलिया ने कहा कि युवाओं के पास न नौकरी है और न रोजगार, रोजी-रोटी का संकट उनके परिवार की चिंता बना हुआ है। प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या दिन दोगुनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही है, 60 लाख युवा बेरोजगार है, जिसमें तीस लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार और 30 लाख नये युवा मतदाता हैं, जो सड़कांे पर रोजगार की मांग कर रहे हैं।
बरोलिया ने कहा कि मप्र की शिवराज सरकार रोजगार को लेकर भले ही कितने ही दावे कर रही हो, मगर बेरोजगारी की सस्मया ने युवाओं की चिंता बढ़ा दी है और इसी का नतीजा है कि मप्र में बेरोजगार युवाओं का आंकड़ा लगातार शीर्ष पर पहुंचता जा रहा है।
बरोलिया ने कहा कि सामने आये आंकड़ों की बात की जाये तो मप्र में बीते एक साल में 5 लाख 46 हजार बेरोजगार युवाओं की संख्या बढ़ गयी है। राज्य में प्रतिदिन औसतन 1495 बेरोजगारी की संख्या बढ़ रही है। सरकार के पास इतनी बढ़ी संख्या में युवाओं को रोजगार देने के लिये कोई उपाय नही हैं। यदि बेरोजगारों की संख्या की बात की जाये तो 24 लाख 77 हजार बेरोजगार सूचीबद्ध तो है ही और बीते साल के 5 लाख 46 हजार और जोड़ दिये जाये यह संख्या 30 लाख 23 हजार के करीब पहुंच जायेगी।
बरोलिया ने कहा कि जहां एक और बेरोजगारी बढ़ने से प्रदेश का विकास अवरूद्ध हो रहा है, वहीं शिक्षित युवाआंे का भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है, जिससे युवा अप्रिय कदम उठाने के लिए विवश हो रहा है।
बरोलिया ने प्रदेश में व्याप्त बेरोजगारी का हवाला देते हुए कहा कि राज्य संवर्ग के एक लाख से अधिक पद रिक्त हैं। स्कूली शिक्षा विभाग में राज्य संवर्ग के सबसे ज्यादा 45 हजार 767 पद रिक्त है। वहीं सामान्य प्रशासन विभाग को राज्य संवर्ग के पदों के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के लिए कुल चार लाख 60 हजार पद स्वीकृत किए गए है। इनमें से तीन लाख 57 हजार 726 पद भरे हुए हैं। यदि प्रदेश की यही स्थिति रही तो युवा वर्ग आने वाले समय मंे भाजपा को इसका मुंहतोड़ जबाव देगा।