दृष्टिबाधित बच्चों को स्मार्टफोन के साथ की-बोर्ड का प्रशिक्षण
रायपुर
छत्तीसगढ़ में दिव्यांग बच्चों को बाधारहित वातावरण तैयार कर शिक्षा की मुख्य धारा से जोडने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए राज्य के स्कूलों में अध्ययनरत दृष्टिबाधित बच्चों के अध्ययन में आ रही समस्या को दूर करने के लिए संस्था एम. जंक्शन कोलकाता के सहयोग से एक अभिनव प्रयास का क्रियान्वयन किया गया है। समावेशी शिक्षा के अंतर्गत दृष्टिबाधित बच्चों को स्मार्ट फोन के साथ की-बोर्ड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में दृष्टिबाधित बच्चों को स्मार्ट फोन शुरू और बंद करने, अनलॉक करने और उपयोग करने, स्मार्ट फोन में जेस्चर, डबलटेप, अनलॉक, एल. जेस्चर, बैक जेस्चर, नोटिफिकेशन जेस्चर, नेवीगेशन जेस्चर के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
समग्र शिक्षा और कोलकाता की संस्था के संयुक्त प्रयास से राजधानी के निमोरा में १९ दिसम्बर से २२ दिसम्बर तक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें १९ और २० दिसम्बर को ९ जिले के ५९ बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं २१ और २२ दिसम्बर को अन्य ९ जिलों के ५६ बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंगलवार २० दिसम्बर को अधिकारीगण भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने ट्रेनिंग प्रोग्राम की जानकारी ली।
छत्तीसगढ़ दृष्टिबाधित बच्चों को स्मार्ट फोन के साथ की-बोर्ड का प्रशिक्षण प्रदान करने वाला प्रथम राज्य होगा। प्रशिक्षण में दृष्टिबाधित बच्चों को बुक शेयर से बुक डाउनलोड करने समेत रीडिंग की भी प्रैक्टिस कराई जा रही है। इस कार्यक्रम में सम्मिलित सभी दृष्टिबाधित बच्चों ने उत्साह के साथ अपनी सहभागिता दी। कार्यक्रम में लाभान्वित होने वाले दृष्टिबाधित बच्चों को स्मार्टफोन के साथ की-बोर्ड प्रदान किया जा रहा है, जिससे बच्चें भविष्य में स्वयं लिखित परीक्षा दे पायेंगे। कार्यक्रम में प्रशिक्षित बी.आर.पी. (समावेशी शिक्षा) के द्वारा जिला स्तर पर चयनित दृष्टि बाधित बच्चों को सतत रूप से स्मार्ट फोन में सुगम्य पाठ्य पुस्तक के उपयोग के संबंध में मॉनिटरिंग कर सहयोग प्रदान किया जा रहा है। भविष्य में शाला में अध्ययनरत अन्य कक्षाओं के दृष्टिबाधित बच्चों को इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा।