कोरोना के नए वैरिएंट ने लोगों की चिंताएं बढ़ाई, मास्क व सैनिटाइजर की डिमांड में फिर से आई तेजी
भोपाल
कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। जिसके चलते मास्क व सैनिटाइजर की डिमांड में फिर से तेजी आई है। पिछले दो-तीन दिन में इन उत्पादों की बिक्री अचानक 50 फीसद तक बढ़ गई है। दरअसल कोरोनावायरस से बचाव के लिए मास्क लगाने को जरूरी बताया जा रहा है। ऐसे में मास्क की मांग एक दम से बढ़ गई है। आलम यह है कि शहर के इब्राहिमगंज की दवा की होलसेल मार्केट में मास्क का स्टाक खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका है। होलसेल में 2.5 से 3 रुपए में मिलने वाला मास्क ग्राहकों को 25 रुपये तक बेचा जा रहा है। दवा कारोबारी कमलेश चौरसिया ने बताया कि शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते फिर से इससे बचाव के उत्पादों की बिक्री में तेजी आई है। इधर, जेपी अस्पताल में भी स्टॉफ ने मास्क लगाना शुरू कर दिया है और सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जा रहा है।
जुकाम, बुखार हो तो कोरोना की कराएं जांच
चिकित्सकों का कहना है कि इस मौसम में अगर जुकाम, बुखार है तो इसे गंभीरता से लें और इलाज के साथ-साथ कोरोना जांच कराकर इलाज लें। भीड़भाड़ भरे क्षेत्र में जाने से बचें और मास्क का उपयोग अवश्य करें। जो व्यक्ति विदेश या मेट्रोसिटी से आ रहा है उसे जांच अवश्य करानी चाहिए। सावधानी ही कोरोना से बचाव है और जिन लोगों ने टीके नहीं लगाए हैं वे टीके अवश्य लगवा लें।
सैंपल का जीनोम टेस्ट कराया जाएगा
मध्यप्रदेश में नए कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के सैंपल का जीनोम टेस्ट कराया जाएगा। टेस्ट के लिए सैंपल भोपाल के एम्स और ग्वालियर स्थित रक्षा अनुसंधान प्रयोगशाला (डीआरडीओ) भेजे जाएंगे। एक दिन पहले स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े ने इसके आदेश जारी किए हैं। सभी कलेक्टरों को इस आदेश का पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। भारत में खतरा नहीं, क्योंकि वैक्सीनेशन के 3 राउंड हो चुके हैं हांलाकि एक्सपर्ट के मुताबिक वैक्सीन का बूस्टर डोज जिन्हें लग चुका है, क्या उन्हें संक्रमित होने का खतरा नहीं है? कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज लिए हुए अधिकांश लोगों को एक साल से ज्यादा समय हो गया है। इस डोज से सभी में एंटीबॉडी बनी है, जिसका अलग-अलग व्यक्ति में अलग-अलग लेवल होगा। इस कारण यह कहना सिरे से गलत है कि जिन्हें कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज लगा है, वह नए वैरिएंट से संक्रमित नहीं होंगे। बूस्टर डोज ले चुके व्यक्ति के संक्रमित होने पर संक्रमण गंभीर नहीं होगा।