रेलवे सुरक्षा बल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा चलाया जा रहा है अभियान नन्हें फरिश्ते
बिलासपुर
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे सुरक्षा बल रेल यात्रियों, रेल संपत्ति की सुरक्षा के साथ ही साथ अपने सामाजिक जिम्मेदारियों का भी निर्वहन सर्वाच्च प्राथमिकता के साथ साथ कर रही है। समय-समय पर रेलवे सुरक्षा बाला द्वारा विशेष अभियान चलाया जाता है।
इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के क्षेत्राधिकार में नवम्बर, 2022 माह में 273 नाबालिग लड़के/लड़कियों को आरपीएफ अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा विभिन्न स्टेशनों/ट्रेनों में रेसक्यू किया गया और गैर-सरकारी संगठनों /अभिभावकों को सौंप सुपुर्द किया गया।
रेलवे सुरक्षा बल नियंत्रण कक्ष में चौबीसों घंटे चल रहे सुरक्षा हेल्पलाइन और महिला हेल्पलाइन के माध्यम से यात्रियों को त्वरित सहायता प्रदान की जाती है।रेलवे स्टेशनों/ट्रेनों पर महिला आरपीएफ स्टाफ की तैनाती के द्वारा महिला यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिये जा रहे है। इसके साथ ही यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ कर्मचारियों द्वारा रात्रि में चलने वाली अतिसंवेदनशील ट्रेनों को एस्कॉर्ट किया जा रहा है. असुरक्षित ट्रेनों/सेक्शतनों में पर्याप्त संख्या में डिकॉय टास्क फोर्स टीमों की तैनाती द्वारा यात्री सामान की चोरी, नशाखोरी, पाकिटमारी तथा अन्य जघन्य अपराध जैसे चोरी, डकैती में शामिल अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रेल सुरक्षा बल अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल काफी ऊंचा है और वे रेल यात्रियों, यात्री परिसर और रेलवे संपत्ति की उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने के रेल सुरक्षा बल के उद्देश्यों के प्रति प्रतिबद्ध एवं समर्पित हैं।