September 25, 2024

   हिंदुओं के लिए पाक से अच्‍छी खबर, अल्‍पसंख्‍यक वोटरों की संख्‍या 44 लाख पहुंची, हिंदू सबसे ज्‍यादा

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इस्‍लामाबाद
 पाकिस्‍तान से अक्‍सर अल्‍पसंख्‍यकों खासकर हिंदुओं को लेकर धर्म परिवर्तन, मंदिर में तोड़फोड़ और हिंसा की खबरें आती रहती हैं। अब पाकिस्‍तान से एक अच्‍छी खबर सामने आई है। पाकिस्‍तान में अल्‍पसंख्‍यक वोटरों की संख्‍या में साल 2018 के 36 लाख 30 हजार के मुकाबले साल 2022 में 44 लाख 30 हजार तक पहुंच गई है। अल्‍पसंख्‍यक वोटरों की आबादी में पिछले 4 साल में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इन अल्‍पसंख्‍यक मतदाताओं में सबसे ज्‍यादा आबादी हिंदुओं की है।

 

गल्‍फ न्‍यूज की रिपोर्ट के मुताबिक मतदाताओं के आंकड़े रखने वाली एजेंसी नाड्रा ने यह जानकारी दी है। नाड्रा के चेयरमैन तारिक मलिक ने कहा, 'हमने अब तक देशभर में अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के 44 लाख 30 हजार लोगों को पंजीकृत किया है जिसमें ईसाई, हिंदू और बौद्ध शामिल हैं।' इस दौरान पाकिस्‍तान के कई सांसद और नेता भी मौजूद थे। कार्यक्रम में पाकिस्‍तान के अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के अधिकारियों ने अपने समुदाय से जुड़ी दिक्‍कतों के बारे में बताया।

पाकिस्‍तान में 35 लाख हिंदू और 25 लाख ईसाई

इन अधिकारियों ने कहा कि अल्‍पसंख्‍यकों को कानूनी दस्‍तावेज और आईडी कार्ड मिलने में बहुत दिक्‍कत हो रही है। बता दें कि अक्‍सर अल्‍पसंख्‍यक यह आरोप लगाते रहते हैं कि पाकिस्‍तान में उनके साथ दूसरे दर्जे के नागरिक का व्‍यवहार किया जाता है। नाड्रा के चेयरमैन ने आश्‍वासन दिया कि वे अल्‍पसंख्‍यकों की दिक्‍कतों को दूर करने का प्रयास करेंगे। पाकिस्‍तानी अधिकारियों ने दावा किया कि देश में सभी अल्‍पसंख्‍यकों के समान व्‍यवहार किया जाता है।

पाकिस्‍तान की 22 करोड़ की आबादी में केवल 4 प्रतिशत जनता ही अल्‍पसंख्‍यक है। साल 2017 की जनगणना के मुताबिक पाकिस्‍तान में 35 लाख हिंदू और 25 लाख ईसाई रहते हैं। अल्‍पसंख्‍यकों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्‍तान की सरकार ने जानबूझकर उनकी आबादी को कम दिखाया है। दरअसल, पाकिस्‍तान अल्‍पसंख्‍यकों के लिए नरक बन चुका है। हिंदुओं और ईसाइयों का जहां जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, वहीं लड़कियों का अपहरण करके जबरन निकाह कर लिया जा रहा है। पाकिस्‍तानी हिंदू इस्‍लामाबाद में मंदिर बनाना चाहते हैं लेकिन उन्‍हें अभी तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। यही नहीं पिछले वर्षों में कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं और मूर्तियों को तोड़ा गया है।

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