म.प्र. ट्रांसको के लोड डिस्पेच सेंटर को मिला राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार
देश के बडे स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर्स में से चुना गया सर्वश्रेष्ठ
ऊर्जा मंत्री तोमर ने दी बधाई
भोपाल
म.प्र. ट्रांसको (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) के जबलपुर स्थित स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर को उसके विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचे, नवाचार करने, देश में सर्वप्रथम साइबर सिक्योरिटी माडल विकसित करने सहित अन्य मापदंडों में अग्रणी होने से देश के पावर सेक्टर का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लोड डिस्पेच सेंटर (भार प्रेषण केन्द्र) उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुआ है। भारत के बिजली सेक्टर की राष्ट्रीय संस्था ग्रिड इंडिया से संबधित फोरम ऑफ लोड डिस्पेचर एवं आईआईटी दिल्ली द्वारा आयोजित नेशनल पावर सिस्टम कांफ्रेंस में म.प्र. ट्रांसको की तरफ से मुख्य अभियंता स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर एस.एस. पटेल एवं अधीक्षण अभियंता आर.के. गुप्ता ने पुरस्कार ग्रहण किया। उत्कृष्ट लोड डिस्पेच सेंटर की चयन प्रक्रिया में देश के 43 लोड डिस्पेच सेंटर्स ने हिस्सा लिया। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने म. प्र. ट्रांसको स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर के अभियंताओं को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी को देश के पावर सेक्टर का यह बेहद प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रिड मापदण्डों का पालन करने और पुरस्कार चयन की तीन चरणों की कठिन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद मिला है। चयन प्रक्रिया के पहले चरण में 40 से अधिक मापदंड बिंदुओं पर वस्तुस्थिति के आधार पर मध्य प्रदेश सहित महाराष्ट्र और तेलंगाना प्रदेश चुने गये। दूसरे चरण में प्रेजेंटेशन एवं चार सदस्यीय जूरी द्वारा लिये मौखिक साक्षात्कार के आधार पर पहले चरण में चयनित तीनों स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर्स की परफारमेंस परखी गई।
आईआईटी के प्रोफेसर्स, पोसोको (ग्रिड इंडिया) के विश्व स्तरीय रिटायर्ड विशेषज्ञ और टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीटयूट के नामी विशेषज्ञों की जूरी द्वारा तीसरे चरण की प्रक्रिया के बाद समग्र रूप से मध्यप्रदेश के राज्य लोड डिस्पेच सेंटर को इस पुरस्कार के लिये चुना गया।
यह रही प्रक्रिया
पुरस्कार के लिए पहले देश के सभी राज्य लोड डिस्पेच सेंटरों से आवेदन मंगाये गये। राज्य लोड डिस्पेच सेंटरों के बुनियादी ढाँचे, नवाचार में किए गये कार्यों का विवरण, पावर सेक्टर की चुनौतियों से निपटने के तरीके, सायबर सिक्योरिटी के लिए पालन की गई प्रक्रिया, ग्रिड मैनेजमेंट कार्मिकों को ट्रेनिंग और उनके वेलफेयर के लिए किये गये कार्य, अत्याधुनिक आईटी सिस्टम की उपलब्धता, रियल टाइम डाटा का संग्रहण, नवीनीकरण ऊर्जा के ग्रिड के साथ एकीकरण, आइसलेडिंग स्कीम आदि बिन्दुओं पर जानकारी दी गई थी।