कमीशन मामले में तकनीकी सहायक को सजा के तौर पर मिली चेतावनी
जैजैपुर
जिला पंचायत में पदस्थ तकनीकी सहायक ने मनरेगा में कमीशन का राज स्वंय ही खोल दिया था। वायरल वीडियो से खुले इस राज के चलते इस मामले में तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी की गई। इस पूरे मामले को प्रशासन ने गंभीरता से तो लिया लेकिन सजा के तौर पर उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया।
तकनीकी सहायक प्रेमा देवांगन का कमीशनखोरी का पोल खोलता आडियो वायरल होने के बाद ब्लाक कार्यालय से लगातेमनरेगा सेल तक लगातार खलबली मच गई। इसमें जहां आनन-फानन ब्लाक प्रशासन ने तकनीकी सहायक को कारण बताओ नोटिस के बाद,इस मामले में जिला सीईओ की मार्किंग हो चुकी है। वायरल वीडियो स्पष्ट रूप से तकनीकी सहायक ने लोहराकोट पंचायत की मनरेगा से नाली निर्माण की एवज से तीन प्रतिशत की दर से कमीशन लेने की बात अपनी वेदना व्यक्त करते हुए बता रहा है कि जनपद पंचायत जैजैपुर में पदस्थ तकनीकी सहायक ने मनरेगा में तीन प्रतिशत कमीशन लिया है। और जो कमीशन नहीं देता है, उसके मनरेगा के कार्य मूल्यांकन को रोक दिया जाता है।
इस पूरे मामले को जिला पंचायत में राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ भारत इकाई छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष ने पूरे मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए इस पर सख्त कार्रवाई किये जाने की मांग जिला प्रशासन से की है। उचित कार्रवाई न होने पर इसे आगे बडे अफसरों तक मामले को ले जाया जायेगा।
मेरे द्वारा तकनीकी सहायक की मीटिंग हुई है। प्रेमा देवांगन ने कंटीजेंसी की राशि बताये जाने की बात स्वीकारी है। अगर कार्यवाही करूँगी तो बर्खास्त हो जाएगी इसलिए चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।
वर्षा रानी चिकनजूरी, सीईओ, जनपद पंचायत जैजैपुर