अल्पसंख्यक आयोग में ईसाई-बौद्ध सदस्य नियुक्ति में देर क्यों? : रिजवी
रायपुर
मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को पत्र प्रेषित कर कहा है कि प्रदेश में अल्पसंख्यक वर्ग के दो सदस्यों की आयोग में पिछले चार वर्षों से नियुक्ति न होने से ईसाई एवं बौद्ध वर्ग अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से अपेक्षा की है कि क्रिसमस पर्व पर मसीही समाज का सदस्य नियुक्त कर समाज को त्यौहार के साथ-साथ अतिरिक्त खुशी का अवसर प्रदान करें। ईसाई समाज के सदस्य की नियुक्ति के लिए अतिउपयुक्त अवसर है। साथ ही बौद्ध सदस्य की कमी भी बाबा साहब अम्बेडकर के अनुयायियों को खल रही है। ईसाई एवं बौद्ध सदस्यों की नियुक्ति से अधूरे अल्पसंख्यक आयोग की कमी को पूरा किया जा सकता है।
रिजवी ने लगभग चार वर्ष बाद मदरसा बोर्ड एवं उर्दू अकादमी में अध्यक्षों की नियुक्ति कर दोनों इदारों की खाली पड़े पदों पर नियुक्ति करने पर बधाई प्रेषित की है। इससे देर आयद दुरूस्त आयद की कमी की पूर्ति हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि अल्पसंख्यक आयोग का कार्यकाल लगभग पूरा होने जा रहा है। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष पद पर किसी मुस्लिम की नियुक्ति की जाए जो कि कांग्रेस शासित राज्यों में होती रही है।