बिहार:दलाई लामा के कार्यक्रम में शमिल होने आये 4 यात्री कोरोना पॉजिटिव, 24 घंटों में देश में 196 नए केस, कोई मौत नहीं
गया
चीन समेत कुछ देशों में कोरोना का बेकाबू रूप चिंता की वजह बन गया है। बिहार में इसी दौरान एयरपोर्ट से परेशान करने वाली खबर आई है। बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के कार्यक्रम में शामिल होने गया आए 4 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये सभी लोग भारत के नहीं हैं बल्कि विदेशी यात्री हैं। इन यात्रियों की गया एयरपोर्ट पर कोरोना जांच की गई थी। इसी जांच में चारो यात्री पॉजिटिव पाए गए। इन चारों में से तीन लोग बैंकॉक के और एक कोविड पॉजिटिव म्यांमार के बताए जा रहे हैं। इन सभी की गया एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद कोरोना जांच कराई गई थी। इसके बाद इन चारों विदेशियों में कोविड19 वायरस की पुष्टि हुई।
गया में 4 विदेशी मिले कोरोना पॉजिटिव
मिली जानकारी के मुताबिक ये चारों विदेशी गया में दलाई लामा की कालचक्र पूजा में शामिल होने के लिए आए हैं। आपको बता दें कि गया में कालचक्र पूजा का आयोजन किया गया है जो एक महीने तक चलेगा। इसी पूजा में धर्मगुरु दलाई लामा भी आए हुए हैं। वो अगले एक महीने तक गया में ही रहेंगे। दलाई लामा के बिहार आने के चलते गया में विदेशियों का जमावड़ा लगा हुआ है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट है।
पीड़ितों को सर्दी-खांसी की शिकायत
बताया जा रहा है कि बोधगया में चल रही कालचक्र पूजा के दौरान स्वास्थ्य विभाग को खबर मिली कि 30 से ज्यादा लोगों को सर्दी-खांसी है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया और इन सभी लोगों की RTPCR जांच कराई गई। सभी 33 श्रद्धालु गया एयरपोर्ट पर 20 दिसंबर को बैंकॉक से लैंड हुए थे। इसी जांच में चार विदेशी श्रद्धालु कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इन सभी को बोधगया के एक निजी होटल में आइसोलेट कर दिया गया है।
एयरपोर्ट को किया जा रहा सैनिटाइज
गया एयरपोर्ट प्रशासन भी इस खबर के बाद और ज्यादा सतर्क हो गया है। पूरे एयरपोर्ट को सैनिटाइज किया जा रहा है। बता दें कि दलाई लामा के कार्यक्रम में विदेशी श्रद्धालुओ कई देशों से बोधगया पहुंच रहे हैं। दलाई लामा तिब्बती बौद्ध मॉनेस्ट्री में ठहरे हुए हैं, और 1 महीने के प्रवास पर बोधगया में ही रहेंगे। इस दौरान 3 दिनों तक टीचिंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। 29,30 और 31 दिसंबर को कालचक्र मैदान में टीचिंग का प्रोग्राम है और इसे ही सुनने के लिए विदेशी श्रद्धालु बोधगया आए हैं।