कोटेतरा से केकराभाट सड़क मरम्मत कार्य में भी गुणवत्ता दर किनार
जैजैपुर
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मरम्मत कार्य में गुणवत्ता को दर किनार करते हुए ठेका कंपनी द्वारा भारी अनियमितता मरम्मत कार्य में बरती गई है। कोटेतरा ग्राम से केकराभाट तक की लगभग पांच किमी की सड़क मरम्मत में गुणवत्ता में हेर-फेर करते हुए निर्माण एजेंसी ने घटिया निर्माण कर डाला। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस मापदंड से सड़क निर्माण होना था वैसा नहीं हुआ है।
ठेकेदार ने सारे नियम कायदों को दरकिनार कर मनमानी तरीके से घटिया मटेरियल का इस्तेमाल किया है। सड़क निर्माण में डामर पर रोलिंग नहीं की गई। पुरानी सड़क से धूल मिट्टी नहीं हटाई और रात में निर्माण करते हुए उसी पर डामर डाल दिया गया। जिसके बाद रोलर नहीं किया गया। जगह जगह सड़क में गड्ढे पड़ गए हैं। और उबड़ खाबड़ हो गए है ग्रामीणों का कहना है कि पुरानी प्रधानमंत्री योजना की सड़क अच्छी हालत में थी। मरम्मत करने से और ज्यादा खराब हो गई है।
प्रधानमंत्री सड़क विभाग के ठेकेदार द्वारा घटिया सड़क निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है। निर्माण कार्य में भी काफी घटिया किस्म की निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। ग्राम में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में भारी अनियमितता बरती गई है। बिना सड़क सफाई किए धूल मिट्टी ,गोबर पर डामरीकरण किया जा रहा है। निर्माण एजेंसी ने कोटेतरा से केकराभाट गांवों को मुख्य सड़क से जोड?े वाली केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में इस कदर अनियमितता बरती गई है। भाजपा काल में भी ठेकेदार अपनी ताकत के साथ शासन के पैसे को निगल रहे हैं।और उससे भी ज्यादा कांग्रेस सरकार में भ्ष्टार्चार व्याप्त है जैजैपुर विकासखंड के ग्राम कोटेतरा से ग्राम केकराभाट सड़क दो दिन पूर्व ही मराम्मत हुई है लेकिन जगह जगह से उधड़ गई। क्षेत्र की सड़कों की जांच की मांग राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ भारत इकाई छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष रमेश साहू ने पीएमओ, मुख्यमंत्री व संबधित विभाग से की है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कराई गई सड़क मराम्मत में सारे नियम-कायदों को ताक पर रखकर गुणवत्ताहीन निर्माण किया गया है। सड़क निर्माण में न तो ग्रेडिंग किया गया है और न लेबल मिलाया गया है। जिससे सड़कें उबड़-खाबड़ हो गई हैं।और रात में कार्य किया गया है