रूस के साथ यूक्रेन की जंग को ,पीएम मोदी खत्म करा सकते हैं- राष्ट्रपति जेलेंस्की
कीव
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। पीएम मोदी से चर्चा करने के बाद जेलेंस्की ने अपने राष्ट्र को संबोधित किया। जेलेंस्की ने इसके साथ ही भारत के साथ बड़ी उम्मीदों का जिक्र अपने इस संबोधन में किया है। एक फोन कॉल पर यूक्रेनी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से उस 10 सूत्रीय 'शांति फॉमूर्ले' का समर्थन करने के लिए कहा जिसका जिक्र उन्होंने पिछले दिनों अमेरिकी यात्रा पर किया था। रूस के साथ जंग शुरू होने के बाद पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच यह चौथी फोन कॉल थी। रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था और 10 महीने बाद भी इस युद्ध के थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
भारत से सक्रियता की उम्मीदें
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने टीवी संबोधन में कहा, ' आज मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है। अगले साल भारत जी-20 का नेतृत्व करेगा। मैंने इस नेतृत्व के लिए उन्हें बधाई और भारत के फलदायक नेतृत्व की कामना की। मैंने उनसे कहा कि यह नेतृत्व किसी एक के लिए नतीजे लाना वाला नहीं बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए सफल हो जो आदर्शों में यकीन रखते हैं और शांति का सम्मान करते हैं।' उन्होंने इसी संबोधन में आगे कहा, 'भारत आक्रामकता को खत्म करने में और ज्यादा सक्रिय हो सकता है।' जेलेंस्की ने फोन कॉल के बाद ट्वीट किया और लिखा कि ट्विटर पर ही उन्होंने अपने शांति फॉर्मूले का ऐलान किया था और अब वह उम्मीद जताते हैं कि भारत इसे लागू करने में अपनी भागीदारी तय करेगा।
भारत को कहा थैंक्यू
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने मानवीय मदद के लिए भारत को शुक्रिया अदा किया। जेलेंस्की ने जो शांति फॉर्मूला पेश किया है उसके तहत उन्होंने यूक्रेन से रूसी सेना की वापसी, कैदियौं की रिहाई, यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता, परमाणु सुरक्षा का वादे के साथ ही खाद्यान्न और ऊर्जा सुरक्षा का जिक्र किया है। जब से रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुआ है तब से ही भारत की तरफ से 12 खेप में 99.3 टन मानवीय मदद यूक्रेन और पड़ोसी देशों को भेजी गई है। इस मदद में दवाईयां, कंबल, टेंट, तिरपाल और चिकित्सा उपकरण शामिल रहे हैं।
जंग खत्म करना चाहते हैं पुतिन
पिछले दिनों रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ जारी जंग पर बड़ा बयान दिया है। पुतिन ने रिपोर्ट्स से कहा, 'मैंने कई बार कहा है कि जितनी तेजी से दुश्मनी बढ़ेगी उतनी ही तेजी से नुकसान भी बढ़ेगा।' रूसी राष्ट्रपति ने कहा है कि रूस, यूक्रेन के साथ युद्ध को खत्म करना चाहता है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि इस युद्ध को कूटनीतिक समाधान के साथ खत्म करना चाहिए। पुतिन की मानें तो सैन्य संघर्ष या तो एकतरफा नतीजे पर खत्म होता है या फिर यह कूटनीतिक बातचीत के बाद अंजाम पर पहुंचता है। कभी न कभी युद्ध में शामिल देश बैठते हैं और समझौता करते हैं।