प्रज्ञा सिंह ठाकुर की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, ‘हेट स्पीच’ को लेकर जयराम खटखटाएंगे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
नई दिल्ली
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने उनके उस बयान को हेट स्पीच बताया है जिसमें उन्होंने कहा था कि घरों में सब्जी काटने के चाकू भी तेज कर लो ना जाने कब इसकी जरूरत पड़ जाए। जयराम रमेश ने बयान को नफरती भाषण करार देते हुए मंगलवार को कहा कि वह प्रज्ञा के खिलाफ जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। प्रज्ञा ठाकुर ने जो कहा है, वह हेट स्पीच का मामला है। इससे इतर रमेश ने एक ट्वीट भी किया। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी हेट स्पीच का स्पष्ट का मामला है। उनके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए। मैं इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाऊंगा।
उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा ठाकुर ने 'हिंदू जागरण वेदिके' के दक्षिण क्षेत्र के वार्षिक समारोह में कहा था, 'संन्यासी कहते हैं कि ईश्वर द्वारा बनाई गई इस दुनिया में सभी अत्याचारियों और पापियों का अंत करो, अन्यथा प्रेम की सच्ची परिभाषा कायम नहीं रह पाएगी। लव जिहाद में शामिल लोगों को करारा जवाब दो। अपनी बेटियों की रक्षा करो, उन्हें सही मूल्य सिखाओ। उन्होंने शिवमोगा के हर्षा समेत हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए लोगों से कहा था कि वे आत्मरक्षा के लिए 'अपने घरों में धारदार चाकू' रखें।
वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मांग की है कि सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार को प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करके कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि उन्होंने लोगों को हिंसा के लिए उकसाया है। वहीं भाजपा ने प्रज्ञा के बयान का बचाव करते हुए कहा कि यह बयान महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए दिया गया था।
दूसरी ओर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती का कहना है कि प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर उनको कोई हैरानी नहीं होती है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह भाजपा सांसद द्वारा मुस्लिमों के नरसंहार और अपने समर्थकों से चाकू रखने का आह्वान करने से हैरान नहीं हैं। कश्मीर में सच्चाई कहना भर यूएपीए (गैर कानूनी गतिविधि निवारण कानून) को आमंत्रित करता है, जबकि भारत सरकार उनके बयान को नजरअंदाज कर देगी, क्योंकि वह उसके जनाधार के अनुकूल है। मालूम हो कि प्रज्ञा ठाकुर 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं। इस विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी जबकि 100 से अधिक घायल हुए थे।