रीम शेख ने तुनिषा की बेसुध मां के वीडियो पर पपाराजी पर निकाला गुस्सा
हमेशा हंसती-मुस्कुराती टीवी एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा 27 दिसंबर की शाम पंचतत्व में विलीन हो गईं। मीरा रोड स्थित श्मशान घाट में एक्ट्रेस का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनकी मां वनीता शर्मा का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा था। बीच में तो वह बेसुध भी हो गई थीं। क्योंकि बेटी को इस कदर विदा करने का उन्होंने कभी नहीं सोचा था। बेबे-बेबे कहकर मां के कानो में मिश्री घोलने वाली अब उनके बीच नहीं रही। तुनिषा के अंतिम दर्शन करने पहुंचे उनके दोस्त और इंडस्ट्री के साथी भी एक्ट्रेस को फूलों की चादर में लिपटा देख भावुक हो गए थे। हालांकि पपाराजी को देख उन्हें उतना गुस्सा भी आ रहा था। इस बात का जिक्र रीम शेख ने अपने लेटेस्ट पोस्ट में भी किया है।
अंतिम यात्रा के दौरान का कई वीडियो सामने आया था। इस दौरान रीम शेख और अवनीत कौर की भी एक छोटी क्लिप वायरल हुई थी, जिसमें वह पपाराजी को दूर रहने और कोऑपरेट करने के लिए कह रही थीं। बावजूद इसके उन्होंने एक न सुनी। अब एक्ट्रेस ने अपने लेटेस्ट पोस्ट में लंबी-चौड़ी बात कही। साथ ही पपाराजी पर अपना गुस्सा भी निकाला। कहा कि उनका खून खौल रहा था, जब वह रस्मों के बीच पपाराजी को ये कहते सुन रही थीं कि 'आपको कैसा महसूस हो रहा है?'
पपाराजी पर फूटा रीम शेख का गुस्सा
रीम शेख लिखती हैं- आज हमने एक हंसी खोई है। जिंदगी से भरे इंसान को खोया है, जो हमें इतनी जल्दी छोड़कर चला गया। उसे यूं जाने देना बहुत दुखद था। एक एक्टर होने के नाते हमारी लाइफ एक खुली किताब की तरह है और हम इस बात की सहारना करते हैं कि मीडिया हमेशा हमारे सुख-दुख का हिस्सा रहा है। लेकिन एक इंसान के नाते हम भी प्राइवेसी चाहते हैं। खासकर जब हमने किसी अपने को खोया हो। तुनिषा की जो मां मीडिया की शुक्रगुजार थीं, वह अभी मीडिया की उस हरकत से टूट चुकी हैं, जब वो उनकी बदहवासी और लाचारी को अपने कैमरे में कैद कर रहे थे, जिन्होंने अपना इकलौता बच्चा खोया। मेरा उस समय खून खौल रहा था जब हमसे हमारे विचार मांगे जा रहे थे और बोला जा रहा था कि हमें कैसा लग रहा है। हमारे पास शब्द नहीं कि बयां किया जा सके कि क्या फील हो रहा था।
रीम शेख ने मीडिया से कही ये बात
रीम शेख ने आगे लिखा- हम समझते हैं कि ये सब न्यूज कवर करना और दर्शकों को अपडेट करना जरूरी है। लेकिन किसी जवान और अपने को खोने का दर्द और दुख बयां नहीं किया जा सकता है। शोक में सभी प्राइवेसी डिजर्व करते हैं। पर्सनल स्पेस की इज्जत करनी चाहिए और मीडिया को भी इस बात का ख्याल रखना चाहिए। प्लीज उन्हें प्राइवेसी दीजिए और कुछ संवेदनाएं इस तरह की स्थिति पर दिखाइए। प्रोफेशनल काम के दौरान थोड़ा जिगरा भी रखिए। ये आपको दिल से अच्छा इंसान बनाता है।