‘पप्पू’ कहने वालों को राहुल गांधी का जवाब- मेरी दादी को भी कहा गया गूंगी गुड़िया
नई दिल्ली
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने खुद को पप्पू कहने वालों को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है, यह प्रोपेगेंडा कैंपेन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के दिलों में क्या है, उसे दिखाता है। उन के दिल में डर है। वे परेशान और नाखुश हैं। द बॉम्बे जर्नी को दिए इंटरव्यू में राहुल गांधी ने इस दौरान अपनी दादी और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी को भी आयरन लेडी कहे जाने से पहले गूंगी गुड़िया कहा जाता था। आज जो मुझे दिन रात कोसते हैं, वही लोग उन्हें गूंगी गुड़िया कहते थे और अचानक वह आयरन लेडी बन गई थीं। वह हमेशा आयरन लेडी ही थीं।
राहुल गांधी ने कहा, 'मैं कोई भी नाम लेने वालों का स्वागत करता हूं। मुझे अच्छा लगता है। कृपया मेरा नाम ज्यादा से ज्यादा लें।' राहुल गांधी का यह इंटरव्यू भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही उस वक्त लिया गया था, जब वह मुंबई में थे। राहुल गांधी ने कहा कि मैं किसी भी बात की चिंता नहीं करता। आप जो चाहें मुझे कह सकते हैं। मैं उससे परेशान नहीं होता। इंटरव्यू में इंदिरा गांधी के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'उन्हें आयरन लेडी कहने से पहले गूंगी गुड़िया कहा जाता था। वही लोग जो आज मुझ पर हमले करते हैं, उन्हें गूंगी गुड़िया कहते थे। फिर अचानक वह गूंगी गुड़िया आयरल लेडी बन गई थी।'
अपनी दादी को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह मेरी जिंदगी का प्यार थीं और मेरी दूसरी मां थीं। क्या आप दादी जैसे गुण चाहते हैं? इस पर राहुल गांधी ने कहा कि यह दिलचस्प सवाल है। मेरी मां और दादी दोनों के गुणों को मैं चाहता हूं और यह अच्छा है। गौरतलब है कि तमिलनाडु से चली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब दिल्ली आ पहुंची है। 24 दिसंबर को विराम के बाद 3 जनवरी से इस यात्रा की फिर शुरुआत होगी। यह यात्रा अब यूपी के एक हिस्से में जाएगी और उसके बाद हरियाणा, पंजाब होते हुए जम्मू-कश्मीर निकलेगी।
फारूक अब्दुल्ला और महबूबा भी होंगे यात्रा में शामिल
खबर है कि जम्मू कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी कांग्रेस की यात्रा में शामिल होंगे। गौरतलब है कि बीते करीब 4 महीनों से इस यात्रा पर निकले राहुल गांधी के कई बयान चर्चा में रहे हैं। सावरकर पर महाराष्ट्र में दिया बयान हो या फिर सैनिकों को लेकर कई गई टिप्पणी दोनों की काफी चर्चा रही है।