राजधानी में खुला NIA का पहला थाना, पूरे प्रदेश पर रखी जाएगी नजर
भोपाल
मध्य प्रदेश में आतंकी गतिविधियों को रोकने के मकसद से राष्ट्रीय जांच एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने एक नई पहल की है। मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपना स्थायी ठिकाना बना लिया है। एजेंसी का भोपाल में जहांगीराबाद में थाना खोल दिया गया है। गृह विभाग ने मंगलवार को इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस थाने का संपूर्ण मध्य प्रदेश कार्यक्षेत्र रहेगा। थाने के लिए फिलहाल ओल्ड क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट बिल्डिंग दी गई है। स्थायी ठिकाना मिलने तक यह थाना यहीं काम करेगा।
यहां यह गौरतलब है कि भोपाल में 13 मार्च 2022 को जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के कुछ आतंकी पकड़े गए थे। इसके बाद रतलाम में सूफा के आतंकी विस्फोटक के साथ पकड़े गए थे। तभी से एजेंसी ने भोपाल में स्थायी ठिकाना बना लिया है। देश के 12 राज्यों में एजेंसी की शाखाएं हैं। अब मध्य प्रदेश को मिलाकर देश में एजेंसी की 13 शाखाएं हो गई हैं। जांच-पड़ताल के लिए एजेंसी को प्रदेश पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर 50 अधिकारी और कर्मचारी दिए जा रहे हैं।
गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने की थी घोषणा
राज्य शासन द्वारा मंगलवार को जारी राजपत्र में NIA पुलिस थाने की स्थापना का स्थान जहांगीराबाद भोपाल दिया गया है , इस थाने का कार्य क्षेत्र पूरा मध्य प्रदेश रहेगा। आपको बता दें कि गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (MP HM Dr Narottam Mishra) ने पिछले दिनों NIA पुलिस थाना खोले जाने की घोषणा की थी।
मध्य प्रदेश में आतंकी संगठनों की सक्रियता देखी गई थी
आपको बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसियों की नजरें पिछले कुछ महीनों से मध्य प्रदेश पर थी, इसकी वजह ये है कि कुछ आतंकी संगठन मध्य प्रदेश में सक्रिय होने की कोशिश में थे। मध्य प्रदेश सरकार को भी इसकी भनक थी, प्रदेश की पुलिस ने पिछले दिनों पीएफआई (PFI), जेएमबी (JMB) जैसे आतंकी संगठनों के कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।
राजधानी भोपाल में खोला गया है NIA पुलिस थाना
बढ़ती आतंकी गतिविधियों और देश विरोधी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने राजधानी में NIA पुलिस थाना खोले जाने का फैसला किया और अब गजट नोटिफिकेशन जारी कर इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी , भोपाल में खोले गए NIA पुलिस थाने का कार्य क्षेत्र पूरा मध्य प्रदेश रहेगा, यानि ये थाना राजधानी से ही पूरे प्रदेश पर नजर रखेगा ।