31 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का कोविड टेस्ट आया पॉजिटिव, स्वास्थ्य मंत्री करेंगे हवाई अड्डे का दौरा
नई दिल्ली
पिछले दो दिनों में देश भर के हवाई अड्डों पर विदेशों से भारत आने वाले 39 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। सूत्रों ने ये जानकारी दी। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया खुद स्थिति का जायजा लेने के लिए कल दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दौरा करेंगे। कोविड में उछाल के बाद नए प्रोटोकॉल के तहत कुल मिलाकर 6,000 लोगों की रैंडम जांच की गई है। सरकार अगले सप्ताह से चीन और पांच अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की ‘नेगेटिव रिपोर्ट’ अनिवार्य कर सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने आगाह किया कि अगले 40 दिन महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि भारत में जनवरी में कोविड के मामलों में तेजी से वृद्धि हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि अगर कोविड की लहर आती भी है तो इससे होने वाली मौतों और संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर बेहद कम रहेगी।
एक अधिकारी ने कहा, “पूर्व में, यह पाया गया था कि पूर्वी एशिया के कोविड-19 की चपेट में आने के 30-35 दिन बाद भारत में महामारी की एक नई लहर आई थी… यह एक प्रवृत्ति रही है।” इस बीच, एक विशेषज्ञ ने कहा कि भारत में स्थिति चीन से अलग है क्योंकि यहां काफी संख्या में लोग वायरस के संपर्क में आ चुके हैं और व्यापक स्तर पर टीकाकरण भी हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत में कोविड-19 की बड़ी लहर आने की संभावना बहुत कम है। सूत्रों ने कहा कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अगले सप्ताह से ‘एयर सुविधा’ फॉर्म भरना और 72 घंटे पहले आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य किया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि पिछले दो दिनों में, भारत आये 6,000 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोविड-19 जांच की गई, जिनमें 39 की रिपोर्ट ‘पॉजिटिव’ आई है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया दिल्ली हवाई अड्डे पर कोविड-19 जांच सुविधाओं का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को वहां का दौरा करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री मांडविया द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन नहीं हो सकने की स्थिति में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को स्थगित करने पर विचार करने के लिए कहे जाने के कुछ दिनों बाद कोविड दिशानिर्देशों को कड़ा करने का प्रस्ताव और संक्रमण के मामलों में वृद्धि को लेकर चेतावनी दी गई है।