अनुभवों की सीढ़ी से उत्कृष्टता के शिखर की ओर बालको
कोरबा
वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) देश में औद्योगिक उत्कृष्टता का पैमाना है। राष्ट्र की आत्मनिर्भरता में 58 वर्षों से योगदान दे रही इस कंपनी ने उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता, शोध एवं विकास, ग्राहक संतुष्टि, नवाचार, औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण, मानव संसाधन प्रबंधन, सामुदायिक विकास आदि विभिन्न क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित किए हैं। प्रति वर्ष 5.70 लाख टन उत्पादन क्षमता वाले बालको के उत्पादों ने दुनियाभर में विशिष्ट पहचान बनाई है। बालको में स्थापित अत्याधुनिक तकनीकों और उत्पादन प्रक्रियाओं और इसके कर्मवीरों ने अपनी मेहनत से एल्यूमिनियम को देश के हरित और खुशहाल भविष्य का पर्याय बना दिया है।
पिछले एक दशक में वेदांता समूह ने बालको से अर्जित लाभ का लगभग 98 प्रतिशत हिस्सा औद्योगिक विकास कार्यों में वापस निवेश किया है। आधी शताब्दी के दौरान बालको ने देश की सामान्य जरूरतों के लिए धातु की आपूर्ति तो सुनिश्चित की ही, वैज्ञानिक एवं रणनीतिक महत्व की परियोजनाओं में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थित दर्ज कराई। देश में निर्मित लंबी दूरी तक मार करने वाली अनेक मिसाइलों में बालको के एल्यूमिनियम का प्रयोग हुआ तो अंतरिक्ष संबंधी उपकरणों में बालको की कारीगरी मिसाल बनी।
बालको की प्रगति की कहानी को एक संयंत्र और उसमें लगी मशीनों की प्रगति और विस्तार के तौर पर देखने का नजरिया संकुचित होगा। गलियों को चौड़ी सड़कों में, कच्चे घरों को पक्के मकानों में, अंधेरी गलियों को बिजली से रौशन होते हुए और शिक्षा का उजियारा हर घर तक पहुंचते हुए देखा। बालको के कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि समाज को समृद्ध बनाना हमारा नैतिक दायित्व है। बालको के उद्यमशील नागरिक यह भली-भांति महसूस करते हैं कि उनके कार्यों से आने आने वाले पीढियों का भविष्य तय हो रहा है। उनके योगदान से स्वर्णिम भविष्य की नींव तैयार हो रही है। शासन-प्रशासन और आम नागरिकों के सहयोग से बालको द्वारा विकास का उत्कृष्ट वातावरण तैयार किया जा रहा है। सतत विकास के लिए बालको की यात्रा जारी रहेगी। सही मायने में उद्योगों पर अधिकार उसमें काम कर रहे कर्मचारियों का है।
साथ ही कोरबा की सामाजिक एवं आर्थिक प्रगति में बालको का योगदान महत्वपूर्ण है। बालको से प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रुप से जुड़े देश भर के नागरिक उद्योग के जरिए राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे रह हैं। स्थानीय स्तर पर ही 5000 से अधिक व्यवसाय बालको की प्रगति से जुड़े हैं। साढ़े पांच दशकों में बालको की भागीदारी से लोगों के जीवन स्तर में सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं। प्रचालन क्षेत्र से लगे गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, महिला सशक्तिकरण, आधारभूत संरचना विकास की परियोजनाओं से जरूरतमंदों को विकास की मुख्यधारा से जुड?े में मदद मिल रही है। सामुदायिक विकास के दायरे में 4 गांव से 123 गांव शामिल हो चुके हैं।