शिक्षक बच्चों को शिक्षा देकर उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं
बम्होरी कलां
शिक्षक एक भाग विधाता है शिक्षक ही विद्यालय में बच्चों को शिक्षा देकर उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
तब कहीं जाकर वह कोई शासकीय सेवा में जाता है ।तो कोई राजनीतिक क्षेत्र में उतरता है ,तो कोई व्यापारी बनकर स्वयं का व्यापार स्थापित कर मध्यम सेवा रोजगार के अवसर प्राप्त करता, और जो व्यक्ति शासकीय सेवा में आया है तो उनको एक दिन सेवानिवृत्त होना है उसका मतलब यह नहीं कि वह अब जनता की सेवा या बच्चों को शिक्षा नहीं दे सकते वह शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुए हैं ।उसके बाद भी वह अपने के बच्चों को शिक्षा देने का काम कर सकते हैं।
यह बात ग्राम पंचायत बम्होरी कलां के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में तीन शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने पर आयोजित विदाई समारोह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा नेता सुशील खटीक ने यह बात कही है।
तथा उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक ही विद्यालय में बच्चों को शिक्षा देने का काम करते जिससे बच्चे पढ़ लिखकर अपना भविष्य बनाने है और जनता की सेवा करते हैं।
तथा उन्होंने यह भी कहा कि जो भी व्यक्ति शासकीय सेवा में जाता है तो उसकी एक उम्र और समय सीमा पहले से ही तैयार है कि 62 साल की उम्र जो भी व्यक्ति शासकीय सेवा में जाता हुआ है सेवक बनकर अपना फर्ज अदा करता है, लेकिन उसका मतलब यह नहीं कि शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद भी कर्मचारी किसी भी विभाग का वह चाहे तो फिर भी सेवा अपने निजी तौर पर कर सकता है।
सुनील खटीक ने यह भी कहा कि आज विद्यालय परिवार से महेंद्र सिंह गौर वीरेंद्र तिवारी अखिलेश कुमार खरे सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उनका साल श्रीफल से सम्मान किया गया भावभीनी विदाई दी गई।
इसी क्रम में विद्यालय के संकुल प्राचार्य विक्रम सिंह परिहार ने विद्यालय परिवार से सेवानिवृत्त हुए शिक्षकों का सम्मान करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि वह शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुए लेकिन विद्यालय उनका है वह आज भी परिवार के सदस्य जब भी जरूरत पड़ेगी वह विद्यालय परिवार के लिए अपना योगदान दे जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को शिक्षा देने का काम करते रहे
इसी क्रम में सेवानिवृत्त होने पर शिक्षक महेंद्र सिंह गौर ने कहा है कि शासकीय सेवा में रहते हुए कभी कोई भूल चूक या गलती हुई हो तो माफ़ करना देना।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी शिक्षकों ने उनका फूल माला एवं साल श्रीफल से सम्मान करते हुए विदाई दी गई इस मौके पर सरपंच प्रतिनिधि शिशुपाल सिंह परिहार सहित संकुल सभी शिक्षक उपस्थित रहे