विंध्य क्षेत्र में मिली जबरदस्त हार से कांग्रेस ने लिया सबक,ओबीसी को साधने विंध्य में सम्मेलन 5 को
भोपाल
पिछले चुनाव में कांग्रेस को विंध्य क्षेत्र में मिली जबरदस्त हार से इस बार कांग्रेस ने सबक ले लिया है। कांग्रेस अभी से यहां के लोगों को साधने में जुट गई है। गुरुवार को कमलनाथ इस क्षेत्र में ओबीसी सम्मेलन करने जा रहे हैं। यहां पर इस वर्ग के वोटर बड़ी संख्या में हैं। सबसे पहले उन्हें साधने का काम किया जा रहा है। इस बार कांग्रेस यहां पर कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है। इसके चलते वह अभी से पूरी तैयारी के साथ यहां पर उतर रही है। इसके चलते कमलनाथ का पांच जनवरी को यहां पर इस साल का पहला दौरा होने जा रहा है। जिसमें वे पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। वहीं वे यहां के नेताओं के साथ ही बैठक करेंगे। उनके कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र में व्यापक तैयारियां की जा रही है। इस सम्मलेन में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अभी यह है स्थिति
रीवा संभाग की 22 सीटें में कांग्रेस के पास महज तीन सीटे ही वर्ष 2018 के चुनाव में आई थी। हालांकि बाद में रैगांव में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने यह सीट जीत कर यहां पर अपने विधायकों की संख्या चार कर ली थी। जबकि इससे पहले वर्ष 2013 के चुनाव में इस संभाग में कांग्रेस की आठ सीटें थी। वहीं शहडोल संभाग के अनूपपुर में कांग्रेस की इस वक्त दो ही सीटें हैं। जबकि शहडोल और उमरिया में उसके पास एक भी सीट नहीं हैं। रीवा और शहडोल संभाग की तीस सीटों में से कांग्रेस के पास महज 6 सीटें हैं।
जबकि वर्ष 2013 के चुनाव में इन दोनों संभाग की 11 सीटें कांग्रेस ने जीती थी।