भारत सरकार ने पेट्रोलियम, क्रूड ऑयल और एविएशन फ्यूल पर Windfall Taxबढ़ाया
नईदिल्ली
दिया है। सरकार ने एक आदेश जारी करके यह जानकारी दी है। इसके तहत, क्रूड ऑयल पर विंडफाल टैक्स बढ़ाकर 2,100 रुपए (25.38 डॉलर) प्रति टन कर दिया गया है, जो पहले 1,700 रुपए था। इसके साथ ही डीजल पर एक्सपोर्ट टैक्स 5 रुपए से बढ़ाकर 7.5 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं एटीएफ (ATF) पर विंडफाल टैक्स 1.5 रुपए से बढ़ाकर 4.5 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। यह आदेश मंगलवार से प्रभावी हो गया है।
भारत दुनिया में तेल का सबसे बड़ा कंज्यूमर और आयातक है। हाल के दौर में भारत पश्चिमी देशों की तरफ लगाई 60 डॉलर की प्राइस कैप के नीचे ही रूस से क्रूड बैरल खरीद रहा है।
जुलाई में सबसे पहले लगाया था विंडफाल टैक्स
भारत ने सबसे पहले 1 जुलाई को विंडफाल प्रॉफिट टैक्स लगाया था। इससे पहले कई अन्य देश एनर्जी कंपनियों को हो रहे सुपर नॉर्मल प्रॉफिट पर टैक्स लगा चुके थे। उस समय पेट्रोल और एटीएफ दोनों पर 6 रुपए प्रति लीटर (12 डॉलर प्रति बैरल) और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर (26 डॉलर प्रति बैरल) एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अलावा, घरेलू क्रूड पर 23,250 रुपए प्रति टन का विंडफाल प्रॉफिट टैक्स लगाया गया था। सरकार विंडफाल टैक्स के लागू होने के बाद से लगभग हर दो सप्ताह में इसमें संशोधन कर रही है।
16 दिसंबर को कितना घटाया था टैक्स
इससे पहले, सरकार ने शुक्रवार, 16 दिसंबर को घरेलू स्तर पर निकाले जाने वाले क्रूड ऑयल पर विंडफाल टैक्स घटा दिया था और साथ ही, डीजल पर लेवी में भी कमी कर दी है। उस समय, सरकार के स्वामित्व वाली ओएनजीसी जैसी क्रूड ऑयल उत्पादक कंपनियों पर लगने वाला टैक्स 4,900 रुपए प्रति टन से घटकर 1,700 रुपए प्रति टन कर दिया गया था। हर पखवाड़े में एक बार विंडफाल प्रॉफिट टैक्स में होने वाले संशोधन के तहत, सरकार ने डीजल के एक्सपोर्ट पर टैक्स 8 रुपए से घटाकर 5 रुपए प्रति लीटर कर दिया था। इस लेवी में 1.5 रुपए प्रति लीटर के रूप में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस भी शामिल है।