असर जनचौपाल का: अब सालिकराम बेंच सकेंगे अपना पूरा एक सौ क्विंटल धान
रायपुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देंश पर आमजनों की छोटी-बड़ी समस्याओं को जल्द सुलझाने के लिए शुरू हुए जनचौपाल कार्यक्रम का असर एक बार फिर दिखा है। आरंग विकासखण्ड के चकवे गांव के किसान की धान बेंचने में आ रही कठिनाई तीन घंटे में ही सुलझ गई है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे के निर्देंश पर किसान श्री सालिक राम साहू के दर्ज रिकॉर्ड में तीन घण्टे में ही रकबे के हिसाब से बेंची जाने वाली धान की मात्रा का सुधार कर दिया गया। अब श्री साहू अपनी मेहनत से उगाये गये धान की पूरी मात्रा समर्थन मूल्य पर बेंच सकेंगे। दरअसल किसान सालिक राम साहू ने टोकन तुहंर हाथ मोबाईल एप्प में धान बेचने के लिए मात्रा की एंट्री करते समय गलती कर दी थी। सालिक राम का कुल रकबा लगभग साढ़े तीन हेक्टेयर था। इस हिसाब से वह अपनी भूमि पर उपजाई लगभग 130 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर सहकारी समिति कोसरंगी में बेंच सकते थे परन्तु सालिक राम ने मोबाईल एप्प में टोकन के लिए एंट्री करते समय गलती से 22-22 क्विंटल की तीन एंट्रियां कर दी थी। निर्धारित दो तिथियों पर किसान ने 22-22 क्विंटल के हिसाब से 44 क्विंटल धान बेंच दिया था।
सालिक राम ने 4 जनवरी के लिए तीसरा टोकन गलती से 22 क्विंटल का ही कटा लिया था। सालिक राम के पास अभी भी लगभग 57 क्विंटल धान घर में शेष था। अपनी गलती का एहसास होते ही सालिक राम ने आज कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर भुरे को रकबे के हिसाब से बेंचे जाने वाले धान की मात्रा बढ़ाने के लिए जनचौपाल में आवेदन दिया था। कलेक्टर ने सालिक राम की समस्या को देखते हुए तत्काल मात्रा सुधार के लिए जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीईओ को निर्देंशित किया था। कलेक्टर के निर्देंश पर तीन घण्टे में ही सालिक राम के रिकॉर्ड में ऑनलाईन सुधार कर दिया गया और इसकी सूचना भी उन्हें मोबाईल पर दे दी गई। अब कल 4 जनवरी को अपनी बारी आने पर सालिक राम कोसरंगी धान उपार्जन केन्द्र में अपना बाकी बचा पूरा 57 क्विंटल धान बिना किसी परेशानी के समर्थन मूल्य पर बेंच सकेंगे। अपनी समस्या के समाधान के लिए सालिक राम ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सहित कलेक्टर डॉ. भुरे और जिला सहकारी बैंक के अधिकारियों का आभार जताया है।