September 24, 2024

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद को गृह मंत्रालय ने दी Z+ सिक्योरिटी

0

नईदिल्ली
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। गृह मंत्रालय की ओर से यह फैसला खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर लिया है। गृह मंत्रालय को जानकारी मिली थी कि आनंद बोस पर किसी तरह का खतरा है। इसके मद्देनजर उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के कमांडो राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा करेंगे।

कौन हैं सीवी आनंद बोस? 

रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डॉ. सीवी आनंद बोस ने पिछले साल 23 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में पद की शपथ ली थी। राजभवन में एक कार्यक्रम में कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य के अन्य मंत्रियों और विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी की मौजूदगी में उन्हें पद की शपथ दिलाई थी। केरल कैडर के 1977 बैच के रिटायर्ड आईएएस सीवी आनंद बोस ने कलेक्टर से गवर्नर बनने का लंबा सफर तय किया। उन्होंने आखिरी बार 2011 में रिटायर होने से पहले नेशनल म्यूजियम में एक प्रशासक के रूप में काम किया था। 

सीवी आनंद बोस केंद्र में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। बोस ने अपने कैडर राज्य केरल और केंद्र दोनों में अलग-अलग पदों पर काम किया। वह केरल में क्विलोन जिले (अब कोल्लम) के कलेक्टर रहे हैं। उनके आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक, उन्होंने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री के सचिव और कृषि मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया। 

क्या है जेड प्लस सुरक्षा?

जेड प्लस केंद्रीय सुरक्षा कवच की उच्चतम श्रेणी है। जेड श्रेणी के सुरक्षा प्राप्त करने वाले शख्स को आमतौर पर खतरे की धारणा के आधार पर बारी-बारी से 35 से 40 कमांडो प्रदान किए जाते हैं। सुरक्षा कवर में 22 सदस्यीय चालक दल शामिल हैं, जिसमें 4-5 एनएसजी कमांडो+ पुलिस कर्मी शामिल हैं और यह भारत की तीसरी सबसे बड़ी सुरक्षा है। इसमें मौजूद प्रत्येक कमांडो ने विशेषज्ञ मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध प्रशिक्षण प्राप्त किया है। यह सुरक्षा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त मंत्री और अन्य कई गणमान्य व्यक्तियों को प्रदान की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *