विधायक सुमित्रा कास्डेकर एकबार फिर जांच के दायरे में,जाति प्रमाण-पत्र की जांच शुरू
नेपानगर
जाति प्रमाण पत्र को लेकर लंबे समय से आरोपों का सामना करती आ रहीं नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर एकबार फिर जांच के दायरे में आ गई हैं। डिप्टी कलेक्टर हेमलता सोलंकी ने भाजपा के ही पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रवीण काटकर की शिकायत पर जांच शुरू कराई है। उन्होंने नेपानगर एसडीएम को शिकायत की जांच कर स्पष्ट अभिमत के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
ज्ञात हो कि 22 दिसंबर को प्रवीण काटकर ने कलेक्टर के नाम एक शिकायत देकर कास्डेकर के अजजा जाति प्रमाण पत्र के फर्जी होने का आरोप लगाया था। इसी प्रमाण पत्र के आधार पर उन्होंने पहले कांग्रेस के टिकट से और डेढ़ साल बाद भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा था।
दोनों बार सुमित्रा कास्डेकर विजयी हुई थीं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी उनके जाति प्रमाण पत्र को लेकर एक परिवाद स्थानीय न्यायालय में लगाया गया था। जिस पर न्यायालय ने खकनार थाना पुलिस को प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए थे, लेकिन अब तक यह मामला पेंडिंग है। इससे पहले पूर्व विधायक मंजू दादू ने भी हाईकोर्ट जबलपुर में याचिका लगाई थी, जो तकनीकी कारणों से खारिज हो गई थी।
फाइल गायब करने का आरोप
प्रवीण काटकर ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए एसडीएम कार्यालय नेपानगर ने वैधानिक प्रक्रिया नहीं अपनाई थी। शिकायत में बताया गया है कि जाति प्रमाण पत्र से संबंधित नस्ती, आदेश आदि की प्रमाणित प्रति सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई थी, जो एसडीएम कार्यालय ने उपलब्ध नहीं कराई। जिससे स्पष्ट है कि इससे जुड़ी फाइल को अधिकारी, कर्मचारियों ने गायब कर दिया है। जांच का आदेश जारी हुए करीब एक सप्ताह का समय बीत चुका है, लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को नहीं मिली है।