November 26, 2024

विधान सभा पवित्र सदन जहां से राज्य के विकास का रास्ता सुनिश्चित होता है:राज्यपाल

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रायपुर

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके बुधवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा द्वारा आयोजित उत्कृष्टता अलंकरण समारोह तथा सांस्कृतिक संध्या में शामिल हुई। राज्यपाल सुश्री उइके ने इस अवसर पर उत्कृष्ट विधायकों, उत्कृष्ट संसदीय पत्रकारों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया तथा उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। समारोह की अध्यक्षता विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने की तथा अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल तथा विधान सभा उपाध्यक्ष श्री संतराम नेताम उपस्थित थे।

राज्यपाल सुश्री उइके ने अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के रूप में भी डॉ चरणदास मंहत को चार वर्ष का कार्य काल पूर्ण करने पर शुभकामनाएं दी और निर्बाध रूप से सदन के संचालन के लिए उनके कार्यशैली की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को दादा बनने पर शुभकामनाएं दी तथा नवआगंतुक के स्वस्थ व खुशहाल जीवन की कामना की। साथ ही राज्यपाल ने नवनिर्वाचित विधानसभा उपाध्यक्ष श्री संतराम नेताम को भी बधाई दी। उन्होंने अलंकरण समारोह में सम्मानित सदस्यों और पत्रकारों से कहा कि आप सभी निरंतर जनता के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए उत्कृष्टता के पथ पर आगे बढ़े। राज्यपाल ने कहा कि कार्यक्षेत्र कोई भी हो, उत्कृष्टता कड़ी मेहनत का परिणाम होती है। उत्कृष्टता का सम्मान सभी को सकारात्मक ऊर्जा के भाव से भर देता है। यह सम्मान अपने कार्यों को और बेहतर तरीके से करने के लिए प्रेरित करते हैं। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में उत्कृष्ट विधायकों और उत्कृष्ट संसदीय पत्रकारों को सम्मानित करने की परम्परा अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि सभी सदस्य इसी प्रकार लोकतंत्र और विधानसभा का गौरव बढ़ाते रहेंगे।

राज्यपाल ने कहा कि विधानसभा जनता की आवश्यकताओं की पूर्ति एवं उनके सामाजिक, आर्थिक उत्थान के लिये अनेक नीतियों का निर्माण करती है। यह एक विधि निमार्ता संस्था के रूप में कार्य करते हुए , कार्यपालिका के कार्यों पर सतत् रूप से निगरानी भी रखती है। उन्होंने सशक्त विधायिका को जनहित, विकास और सुशासन का आधार स्तंभ बताया और विधानसभा के माध्यम से ही राज्य का विकास प्रशस्त होने की बात कही।

राज्यपाल ने कहा कि देश या राज्य की निरंतर प्रगति और विकास के संदर्भ में सत्तापक्ष और विपक्ष का दृष्टिकोण एक होना चाहिए। आपसी समझ और परस्पर विश्वास की नींव के आधार पर ही जनकल्याण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। राज्यपाल ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारी विधानसभा में दोनों पक्षों के मध्य विभिन्न मुद्दों को लेकर समय-समय पर सार्थक चर्चा हो रही है और जनहित से संबधित विषयों पर मिलकर नीतियां बनाई जाती हैं। इसी प्रकार सभी को मिलकर प्रदेश की जनता के हित, उनके अधिकारों एवं विकास के लिए सतत रूप से प्रयासों को जारी रखना होगा।

उन्होंने कहा कि विधानसभा के सभी सदस्यों पर इस बात की महती जिम्मेदारी होती है कि ऐसी परिपाटियों का निर्माण करें, जो लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने तथा भावी पीढ़ी के पथप्रदर्शन में सहायक हो। राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ विधान सभा ने अपनी लघु संसदीय यात्रा में, संसदीय परंपराओं के श्रेष्ठ कीर्तिमानों को स्पर्श करते हुए, एक विशिष्ट मुकाम हासिल किया है। उच्च संसदीय परम्पराओं और प्रक्रियाओं के परिपालन में यह विधानसभा, अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करने में सफल रही हैै। राज्यपाल ने इस मौके पर वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट ई-बजट के रूप में प्रस्तुत किये जाने के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे पेपरलेस प्रणाली को अपनाने की दिशा में इसे विधानसभा की अच्छी पहल बताया।

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