September 24, 2024

सर्वरअपडेट के नाम पर काम बंद, शहरवासियों को हो रही परेशानियां

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 भोपाल

 राजधानी में बीते कुछ दिनों से आनलाइन काम करने वाली संस्थाएं बार-बार सर्वर अपडेट के नाम पर काम बंद करके शहरवासियों की परेशानियां बढ़ा रही हैं। आरसीएमएस, पंजीयन सर्वर और परिवहन विभाग का सर्वर बीते दो सप्ताह से लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।

रोजाना दर्ज किए जाते हैं सैकड़ों आवेदन
भोपाल जिले में चार लोक सेवा केंद्र स्थित हैं, जहां पर आरसीएमएस के जरिए भूमि संबंधी काम किया जाता है। कलेक्ट्रेट, टीटी नगर, कोलार और बैरसिया इन सभी केंद्रों रोजाना सैकड़ों आवेदन नामांतरण व अन्य भूमि संबंधी कार्य के लिए पहुंचते हंै। अब जब सिस्टम ठप हो गया है, तो इनकी संख्या बढ़ जाएगी। पिछले दो सप्ताह से हालात बने होने की वजह से 10 हजार से अधिक आवेदन पेंडिंग हैं। आरसीएमएस ठप होने से राजस्व सेवा जमीन के खसरा, बंटान, नक्शा, शपथपत्र अभिलेख में सुधार, रजिस्ट्री की कॉपी, चालान की कॉपी, सीमांकन आदि सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

अपडेट के नाम पर हर माह होती है परेशानी
भूमि या भूखंड के नामांतरण, डायवर्सन, बंटान या सीमांकन का काम कराने के लिए जिले में स्थित चार लोक सेवा केंद्र पर जा रहे हैं,  आपको घंटों परेशान होने के बाद नाकामी ही हाथ लगेगी। आपका समय और र्इंधन के तौर पर खर्च किया गया, पैसा भी बर्बाद होगा। दरअसल, रेवेन्यू केस मैनेजमेंट सिस्टम (आरसीएमएस) जिले में दो सप्ताह से पूरी तरह से बंद है। इस वजह से यह काम अभी नहीं हो पा रहे हैं। आरसीएमएस सर्वर के सही तरीके से काम नहीं करने से रोजाना चारों लोक सेवा केंद्र में करीब पांच हजार लोग परेशान हो रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई सही जानकारी नहीं दे रहा है। इधर, लोकसेवा केंद्र के जिम्मेदार अधिकारियों ने ऐसी कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। इस वजह से केंद्र पर पहुंचने वाले लोग दिनभर लाइन में लगने के बाद भी परेशान हो रहे हैं। यह काम पांच जनवरी के बाद सही होने की बात कही जा रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो करीब एक साल यानी फरवरी, 2022 से आरसीएमएस सर्वर लगातार परेशान कर रहा है।

पंजीयन सर्वर 1 सप्ताह से धीमा, लोगों को करना पड़ रहा घंटों इंतजार
राजधानी में बीते एक सप्ताह से रजिस्ट्री कराने वाले सैकड़ों लोग खासे परेशान हो रहे हैं। पंजीयन सर्वर धीमा चलने के कारण लोगों को यहां पर बैठकर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि जिस रजिस्ट्री में पहले 15 से 20 मिनट लगते थे, उसके लिए अभी लोगों को दो से तीन घंटे बैठना पड़ रहा है। ऐसे में एक तरफ जहां आम जनता को परेशानी हो रही है और रजिस्ट्री कार्यालयों में भीड़ हो रही है। वहीं, दूसरी तरफ शासन-प्रशासन को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। बताया जा रहा है कि बीते साल के अंतिम दिनों में सर्वर की बेरूखी लोगों के लिए परेशानी का कारण बनीं।

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