September 25, 2024

 कहीं भी हो सकता है बाघ, रात को घरों से न निकलें बाहर; माइक से प्रशासन कर रहा अलर्ट

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 सीतामढ़ी 

सीतामढ़ी के रीगा थाना के रमनगरा गांव के सरेह में गुरुवार की शाम महिलाओं पर हमला करने वाला जंगली जानवर लगातार अपनी जगह बदल रहा है। दो दिन से जानवर के पग मार्क पर ही टीम उलझी हुई है। रमनगरा से कमलदह होते हुए पंथपाकड़ और वहां से पुन रमनगरा चार से पांच किमी में टीम घूम रही है। इससे शनिवार को भी टीम को कोई सफलता नहीं मिली। पगमार्क देखने से यह स्पष्ट हो गया कि जंगली जानवर खतरनाक है। डीएफओ नरेश प्रसाद ने बताया कि मुजफ्फरपुर व वीटीआर से आयी टीम लगातार पगमार्क का पीछा कर रही है ताकि जानवर का ट्रेस किया जा सके। लेकिन पिछले दो दिन से सिर्फ रीगा से बथनाहा के बीच पगमार्क के पीछे-पीछे ही हमलोग हैं। वहीं इस दौरान अबतक कहीं से उसके देखे जाने की भी कोई सूचना नहीं आई है।

पगमार्क के मुाताबिक बाघ होने की आशंका 
डीएफओ ने बताया कि घटनास्थल के साथ ही अन्य जगहों पर मिला पगमार्क बहुत बड़ा है। पगमार्क 130 एमएम लंबा और 110 एमएम चौड़ा है, जो एक व्यस्क बाघ का लगता होता है। तेंदुआ का पगमार्क छोटा होता है। हालांकि मिट्टी गिली होने की वजह से पगमार्क फैल सकता है। लेकिन जो भी जानवर है व पूरा व्यस्क है। वहीं डब्लूडब्लूएफ के वरीय प्रबंधक कमलेश कुमार मौर्य ने बताया कि पग चिह्न का जो माप लिया गया है, उससे यह बाघ का ही प्रतीत होता है। व्यस्क बाघ के पैर की माप बड़ी होती है।

नेपाल की ओर से आने की जतायी जा रही आशंका डीएफओ ने बताया कि उक्त जानवर नेपाल की ओर से आने की संभावना अधिक है। घटनास्थल से नेपाल के जंगल की दूरी करीब 45 किमी है। वहीं वीटीआर की दूरी अधिक है। हालांकि पूरी जांच के बाद ही पता चलेगा कि वह किधर से आया है। बाघ का मुवमेंट भी बॉर्डर से सटे इलाके से सटे है। बथनाहा के बाद सोनबरसा प्रखंड नेपाल बॉर्डर से सटा है। उन्होंने बताया कि रमनगरा से लेकर बथनाहा होते हुए सोनबरसा में सरेह काफी फैला व सटा हुआ है। यही वजह से है कि वह जानवर आसानी से सरेह के रास्ते ही नेपाल का जंगल भटककर आ सकता है।

40 किमी की चहलकदमी एक रात में करता है बाघ
डीएफओ ने बताया कि एक व्यस्क बाघ एक रात में 40 किमी तक का सफर करता है। अगर वह नेपाल के जंगल से आया होगा तो वह आसानी से एक रात में घटनास्थल के आसपास पहुंच सकता है। दिन में बाघ की चहलकदमी न के बराबर होती है। वह सुरक्षित स्थान पर छूपा रहता है। शाम के बाद ही शिकार की तलाश में निकलता है।

लोगों को सतर्क रहने के लिए माइक से घोषणा
डीएफओ ने बताया कि जबतक उक्त जानवर वापस नहीं लौट जाता तबतक लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। लोगों की सुरक्षा को रात में माइकिंग कराई जा रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे रात में घर से बाहर न जाए। घर में ही सुरक्षित रहे। अगर जंगली जानवर दिखे तो उसकी सूचना दें। ज्ञात हो कि गुरुवार को जख्मीं सुनीता देवी व कुमकुम देवी का इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा है। सीतामढ़ी के डीएफओ नरेश प्रसाद के मुताबिक पगमार्क के माप के आधार पर उक्त जानवर बाघ प्रतीत हो रहा है। पगमार्क की जांच गोल-गोल घूम रही है। रमनगरा से बथनाहा के बीच सर्किल बन गया है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि बाघ किस ओर से आया। हालांकि संभावना अधिक है कि वह नेपाल के जंगल से आया हो। गांव में प्रचार-प्रसार कर लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही है। रविवार की सुबह से फिर जांच अभियान शुरू होगी। फिलहाल पूरे इलाके में लोगों में बाघ को लेकर दहशत फैली है। 
 

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