‘विदेशों में रहकर भी मातृभूमि से जुड़े हैं भारतीय’, हमेशा देंगे साथ: जयशंकर
नई दिल्ली
मध्यप्रदेश के इंदौर में 'प्रवासी भारतीय दिवस' सम्मेलन का 17वां संस्करण आज आरंभ हो गया है। 'प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार' विषय के तहत आयोजित 3 दिवसीय समारोह में 70 देशों के 3,500 से अधिक प्रवासी सदस्य भाग ले रहे हैं। इस बीच समारोह को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह एक ऐसा युग है जहां हम अपनी संभावनाओं के बारे में आश्वस्त हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जुड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि देश और विदेश में भारतीय युवा इस देश के विकास को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा प्रवासी
युवा प्रवासी भारतीय दिवस में जयशंकर ने कहा कि भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा प्रवासी है। उन्होंने कहा कि भारतीयों के बारे में जो सबसे अनोखा है वह विदेशों में रहकर भी मातृभूमि से जुड़े हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारा प्रयास प्रवासी भारतीयों के लिए अपने समर्थन को अधिक से अधिक करना है। विदेश मंत्री ने बताया कि उनका लक्ष्य ऑनलाइन तंत्र के माध्यम से शिकायतों के निवारण पर ध्यान केंद्रित करना है।