इंदौर में 17वें युवा प्रवासी भारतीय दिवस का शुभारंभ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किया वेलकम
इंदौर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर पहुंचे प्रवासी भारतीयों का वेलकम करते हुए कहा है कि आप सब अपनी मेहनत व परिश्रम से अपने देश एवं प्रदेश से हजारों किलोमीटर दूर जाकर भी अलग आयाम गढ़ रहे हैं और अलग-अलग देशों में भारतीय प्रतिभा और मेधा से अलग छाप छोड़ रहे हैं। अगर प्रवासी भारतीय अपने हाथ समेट लें तो दुनिया का काम नहीं चल सकता।
उन्होंने कहा कि जहां-जहां मध्यप्रदेशवासी हैं, वहां फ्रेंड्स आॅफ एमपी चैप्टर का विस्तार किया जाएगा। इन तीन दिनों में इसकी रणनीति बनाई जाएगी। फ्रेंड्स आॅफ एमपी की एग्जीक्यूटिव कमेटी का भी गठन किया जाएगा। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए फ्रेंड्स आॅफ एमपी के लीडर्स और डेलीगेट्स का मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से स्वागत दोनों बाहें फैलाकर करता हूं। मध्यप्रदेश देश का दिल है और आप मध्यप्रदेश के दिल के टुकड़े हैं।
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में पहुंचे सभी अतिथियों का वे हार्दिक स्वागत करते हैं। सीएम चौहान ने कहा कि आज का गौरवशाली दिन मध्यप्रदेश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज किया जाएगा। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के साथ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी हो रही है। आप समिट में जरूर शामिल हों और प्रदेश में निवेश करें या निवेशकों को निवेश करने के लिए प्रेरित करें। आप मध्यप्रदेश के ब्रांड एंबेसडर हैं।
उन्होंने 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आए नागरिकों के लिए कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन के माध्यम से मध्यप्रदेश की ब्रांडिंग तो ही ही, साथ ही प्रदेश की विशेषताओं और संभावनाओं से भी दुनिया परिचित होगी। इस सम्मेलन में 70 देशों के 3200 से अधिक प्रवासी भारतीय तीन दिन तक शिरकत कर मध्यप्रदेश में हुए बदलाव के बारे में जानेंगे।
लंदन के मेयर बोले, प्रदेश के उद्यमियों को विदेश में बेहतर मौका देते रहें…
प्रवासी भारतीय दिवस के तीन दिन चलने वाले कार्यक्रम में लंदन में भारतीय मूल के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल भी शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर और मध्यप्रदेश के स्टार्टअप्स को खुला आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स के मामले में लंदन दुनिया में दूसरे स्थान पर है। इंदौर के उद्यमियों को भी यदि अपने उत्पाद इंटरनेशनल लेवल पर ले जाने हैं तो शुरुआत लंदन से ही करनी होगी। राजेश अग्रवाल ने कहा कि तीस से ज्यादा शहरों में फ्रेंड्स आॅफ एमपी के सदस्य हैं। हम कोशिश करते हैं कि प्रदेश के नए उद्यमियों को विदेश में बेहतर मौका देते रहे। इंदौर में काफी संभावनाएं है। यहां विकास कार्य भी काफी तेजी से हो रहे हैं। अग्रवाल ने ये बातें सभी मेहमानों को इंदौर के स्टार्टअप से रूबरू कराने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
स्टार्टअप कैपिटल भी बन रहा इंदौर
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा 700 स्टार्टअप इंदौर में ही हैं। सांसद शंकर लालवानी बताते हैं कि इंदौर प्रदेश की स्टार्टअप केपिटल बन गया है। राज्य सरकार ने नई स्टार्टअप नीति तैयार की है और उसे भी जल्द ही घोषित किया जाएगा। प्रदेश सरकार का स्टेट कार्यालय भी इंदौर में ही खुलेगा। इंदौर विकास प्राधिकरण सुपर कॉरिडोर पर 300 करोड़ रुपए की लागत से स्टार्टअप पार्क बना रहा है। इसका काम भी जल्द ही शुरू होगा। इंदौर और पीथमपुर के बीच स्टार्टअप विलेज भी बन रहा है। इंदौर के स्टार्टअप्स को करोड़ों रुपए की फंडिंग मिल चुकी है। यहां स्टार्टअप्स के लिए इकोसिस्टम विकसित हो चुका है। सरकार भी प्रदेश के स्टार्टअप्स को पूरी मदद कर रही है। प्रवासी भारतीय दिवस की थीम इस बार अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए भरोसेमंद भागीदार (डॉयसपोरा रिलायबल पार्टनर्स फॉर इंडियाज प्रोग्रेस इन अमृतकाल) रखी गई है। यह प्रवासी भारतीयों के देश के विकास में योगदान से जुड़ी है। हर साल नई थीम (न्यू इयर 2023) के साथ नया साल मनाया जाता है।
एनआरआई की अहमियत
प्रवासी भारतीय दिवस के सिग्निफिकेंस को लेकर बताया गया कि यह विदेशों में बसे उन भारतीयों के योगदान को याद करने का समय है, जो अभी अपने देश की जड़ों को भूले नहीं हैं। अभी भी एनआरआई (ओवरसीज इंडियन) होने के बावजूद भारत के विकास में योगदान देते हैं।