गुड गवर्नेंस के मामले में राजस्थान देश में दूसरे नंबर पर
जयपुर
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का आखिरी बजट 8 फरवरी को सीएम अशोक गहलोत जारी करने जा रहे हैं। इस पर युवाओं को ध्यान में रखते हुए उनके लिए अलग बजट जारी किया जाएगा। लेकिन सीएम अशोक गहलोत 4 साल में लगातार गुड गवर्नेंस की बात करते रहे। वही इस बार तो केंद्र से आई एक रिपोर्ट ने भी सीएम अशोक गहलोत का कद ऊंचा कर दिया है। दरअसल यह रिपोर्ट वित्तीय वर्ष 2021 – 22 के आर्थिक विकास दर की है। इस मामले में राजस्थान दूसरे नंबर पर है।
पूरे देश में दूसरे नंबर पर रही विकास दर
वित्त मंत्रालय द्वारा भेजी गई इस स्टेटस ग्रोथ रेट रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में 11.4% की विकास दर हासिल की है। आंध्रप्रदेश के बाद राजस्थान पूरे देश में दूसरे नंबर पर है। राजस्थान में पूरे देश की तुलना में औसत करीब 3 फ़ीसदी ज्यादा आर्थिक विकास दर हो रहा है। केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिशत को देखते हुए साफ है कि अब राजस्थान में आर्थिक गतिविधियों के लिए अच्छा माहौल है। यहां लोग इन्वेस्ट करने में बिल्कुल भी नहीं कतराते हैं।
10 साल पहले लिस्ट में था बॉटम, अब बना 2nd
वहीं यदि साल 2011 और 12 के बीच की बात करें तो राजस्थान की दर उस समय केवल 2.50 प्रतिशत के करीब हुई। उस समय तो केंद्र और प्रदेश दोनों में ही कांग्रेस की सरकार थी। उस समय राजस्थान राज्य की लिस्ट में सबसे नीचे था जो आज दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है। दरअसल आर्थिक विकास उत्तर प्रदेश में होने वाले उद्योग और एग्रीकल्चर प्रोडक्शन को ध्यान में रखते हुए बनाई जाती है। इन दोनों में ही राजस्थान में बीते 10 सालों में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
इस तरह से निर्धारित होती है ग्रोथ रेट
आपको बता दें कि राज्य की ग्रोथ रेट में जीडीपी और जीएसडीपी को आधार माना जाता है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी देश में ₹100 का उत्पादन हो रहा है जो अगले साल 110 का होता है तो उसे 10% विकास की दर माना जाता है। वहीं यदि ₹100 की तुलना में अगले साल वह ₹90 ही रह जाए तो ग्रोथ रेट माइनस में जाती है।