GIS Summit: निवेशकों के लिए इंदौर-उज्जैन रीजन पहली पंसद
भोपाल
जीआईएस समिट के दौरान निवेशकों की निगाहें इंदौर उज्जैन रीजन में भी रहेंगी। बाबा महाकाल लोक के कारण उज्जैन वैसे भी देश दुनिया के लोगों की पहली पसंद बना है। ऐसे में इंदौर उज्जैन रीजन में औद्योगिक डेवलपमेंट के लिए सरकार की तैयारी यहां निवेशकों को निवेश के लिए सहमत करेगी। इसका फायदा औद्योगिक निवेश के साथ रोजगार की संभावनाओं को भी मिलेगा। निवेशकों के लिए इंदौर-उज्जैन रीजन पहली पंसद के रूप में उभरकर सामने आया है। समिट से पहले ही बेंगलूरु की वंडरला एम्युजमेंट पार्क और एकुस इंफ्रा औद्योगिक पार्क के प्रोजेक्ट लेकर इंदौर आ रही है।
बेंगलूरु की एकुस इंफ्रा कंपनी ने इंदौर के समीप 1 हजार एकड़ में मल्टी प्राडक्ट क्लस्टर का प्रस्ताव दिया है। एशियन पेंट्स और खाद निर्माण कंपनी इंडियन फास्फेट बड़े कारखाने लगाने जा रही है। तीनों समूह के प्रतिनिधि पिछले दिनों इंदौर में जमीन और अन्य सुविधाएं देखने पहुंचे थे। अनुमान है कि मप्र में 9 हजार करोड़ का निवेश आएगा और इससे 8000 लोगों को रोजगार मिलेगा। सरकार ने इस बार समिट के पेटर्न में बदलाव करते हुए मंच से निवेश की घोषणा करने की परंपरा से अलग कंफर्म निवेश की रणनीति अपनाई है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने हैं।