पीथमपुर निवेशकों की पहली पसंद बनेगा,31 हजार एकड़ में नया इंवेस्टमेंट रीजन तैयार
इंदौर
प्रदेश की स्वच्छता और आर्थिक राजधानी इंदौर के पास स्थित पीथमपुर निवेशकों की पसंद रहा है। अब दो दिन की समिट के दौरान इस इंडस्ट्रियल एरिया के पास 31 हजार एकड़ में नया इंवेस्टमेंट रीजन तैयार है जो नया औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर सेवन के नाम से घोषित कर दिया गया है। इस पूरी जमीन को उद्योगों के उपयोग के लिए आरक्षित किया गया है। निवेश के दौरान इंदौर और पीथमपुर से सीधे जुड़ाव की वजह से उद्योगपति हाथों-हाथ ये जमीनें आवंटित करवा सकेंगे। औद्योगिक क्षेत्र के लिए सीधे जमीन अधिग्रहण करने की बजाय सरकार लैंड पुलिंग एक्ट लेकर आई है। ऐसे में अब सीधे तौर पर पीथमपुर इंदौर और धार क्षेत्र को औद्योगिक विकास का लाभ आसानी से मिल पाएगा। सरकार द्वारा पीथमपुर सेक्टर सेवन का शिलान्यास किया जा चुका है। इस सेक्टर में करीब 2000 एकड़ जमीन उद्योग के लिए आरक्षित की गई। ऐसे में करीब 29000 एकड़ के आसपास के क्षेत्रों की जमीन भी अगले चरणों में औद्योगिक क्षेत्रों के लिए इस्तेमाल की जाएगी। बताया जा रहा है कि इन्वेस्टमेंट रीजन एक्ट 2013 के चलते गांव की ऐसी खाली जमीन जो औद्योगिक उपयोग में लाई जा सके उसे अधिसूचित कर हस्तांतरण आदि पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में अब इंदौर, पीथमपुर, धार और आसपास के क्षेत्रों में तेजी से उद्योग विकसित होना तय है। यहां निवेश और उद्योग का खास फायदा लोगों को मिलेगा। इंवेस्टमेंट रीजन के चलते आने वाली कुल परिधि तो 400 वर्गकिमी से ज्यादा है। ऐसे में बसाहट, नगरीय, ग्रामीण क्षेत्र को छोड़कर उपयोग में लाने वाली जमीन सवा सौ किमी के करीब है।
औद्योगिक क्लस्टर राऊ रंगवासा तैयार
इंवेस्टर्स समिट के दौरान ही इंदौर के नए औद्योगिक क्लस्टर के लोकार्पण के लिए तैयार हैं। रंगवासा-राऊ में कनफेक्शनरी क्लस्टर में सात फैक्ट्रियां बनकर तैयार हैं। तीन साल पहले इस क्लस्टर की नींव रखी गई थी। बिजली ग्रिड का अधूरा निर्माण क्लस्टर को उत्पादन के स्तर पर आने से रोक रहा है। ग्रिड का काम पूरा होते ही पूरी क्षमता से फैक्ट्रियां संचालित करने की क्षमता आ जाएगी। राऊ-रंगवासा में लगभग 50 एकड़ जमीन कन्फेक्शनरी क्लस्टर के लिए आवंटित की गई थी। 52 कंपनियों को यहां जमीन दी गई है। बीते दिनों क्लस्टर में आधारभूत ढांचे का निर्माण पूरा हो चुका है।