9/11 जैसी त्रासदी झेल रहा अमेरिका, डेढ़ घंटे में 10,000 से ज्यादा फ्लाइट्स पर ब्रेक
नई दिल्ली
कम्प्यूटर में आई तकनीकी गड़बड़ी की वजह से अमेरिका में विमान सेवा पूरी तरह से चरमरा गई। बुधवार को फ्लाइट्स सर्विस सुचारू होने के लिए फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) संघर्ष करता रहा लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। हालात ऐसे थे कि 90 मिनट के अंदर करीब 10,000 से ज्यादा विमानों की उड़ान बाधित हो गई और वे सभी ग्राउंड पर खड़े हो गए।
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक 10 हजार से ज्यादा उड़ाने देर से उड़ रही हैं, जबकि 1300 फ्लाइट्स को कैंसल किया गया है। फ्लाइट अवेयर के मुताबिक, पिछले दो दशक में ऐसा पहली बार हुआ है, जब इतने बड़े पैमाने पर फ्लाइट्स पर ब्रेक लगा है। यह 11 सिंतबर 2011 को हुए 9/11 के आतंकी हमले के बाद उपजे हालात जैसा है। साउथवेस्ट एयरलाइंस कंपनी, यूनाइटेड एयरलाइंस, डेल्टा एयर लाइन्स और अमेरिकन एयरलाइंस जैसे प्रमुख एयरलाइन्स कंपनियों ने बुधवार को 40% या उससे अधिक उड़ानों में देरी या रद्द होने की सूचना दी थी। हालांकि एयरलाइन के अधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया है कि गुरुवार तक विमानों का परिचालन काफी हद तक सामान्य हो सकता है।
बता दें कि बुधवार को फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के कम्प्यूटर्स ने तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हवाई अड्डों को अद्यतन सुरक्षा नोटिस दर्ज करने से रोक दिया था। इसकी वजह से पायलटों को रनवे के बंद होने, मौसम के खराब होने या अन्य खरतनाक चेतावनी की सूचना मिलनी बंद हो गई। इससे अस्थाई रूप से उड़ानें बाधित हो गईं।
एफएए के अधिकारियों ने कहा कि शुरुआती समीक्षा में एक क्षतिग्रस्त डेटाबेस फ़ाइल में समस्या का पता चला है लेकिन अधिकारियों ने साइबर हमले से इनकार किया है और कहा है कि इसके कोई सबूत नहीं मिले हैं। अभी जांच जारी है। जांच से जुड़े लोगों ने कहा कि एक ही फाइल ने मुख्य प्रणाली और उसके बैकअप दोनों को प्रभावित किया है। एफएए के अधिकारियों ने कहा कि वे "आगे के कारणों को इंगित करने" के लिए काम कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी समस्या से बचा जा सके।