सूर्य नमस्कार के साथ राष्ट्रीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
शहडोल
मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा उन्नयन परियोजना एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय (दिनांक 02 से 12 जनवरी 2023 तक ) राष्ट्रीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन।
शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, शहडोल मध्य प्रदेश में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन समारोह दिनांक 12 जनवरी 2023 को समस्त शैक्षणिक , गैर शैक्षणिक स्टाफ एवं विद्यार्थियों ने सामूहिक सूर्य नमस्कार किया साथ ही राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को प्राचार्य,योग प्रशिक्षकों शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा रखा गया।
महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन युवाओं को योग की ओर ले जाने और योग चर्चा विशेष को ध्यान में रखकर किया गया। यह योग प्रशिक्षण कार्यशाला महाविद्यालय के प्राचार्य/ संरक्षक डॉ. धर्मेंद्र कुमार द्विवेदी जी के कुशल मार्गदर्शन में एवं कार्यक्रम प्रभारी/संयोजक डॉ. मंगल सिंह अहिरवार, विभागाध्यक्ष हिंदी और सह- संयोजक श्री दिलीप कुमार शुक्ला, शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के नेतृत्व में संपन्न की गई। इस दस दिवसीय राष्ट्रीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित योग प्रशिक्षक के रूप में पधारे श्री रविकांत पांडेय, देवी अहिल्या बाई विश्विद्यालय इंदौर मध्यप्रदेश, शासकीय महाविद्यालय उमरिया से डॉ.सत्या सोनी, सहायक प्राध्यापक हिंदी,डॉ. हरीसिंह गौर विश्विद्यालय सागर, मध्य प्रदेश से श्री दिनेश कुमार तोमर, शोध अध्येता,और रावत पुरा सरकार विश्विद्यालय (छ. ग) से आए हुए योग प्रशिक्षक श्री मुकेश सिंह ठक्कर आदि की गरिमामय उपस्थिति रही। योग प्रशिक्षकों ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला ।और उन सभी प्रशिक्षकों ने बताया कि वर्तमान संदर्भ में योग की आवश्यकता प्रत्येक मनुष्य के जीवन में जरूरी है। मन , मस्तिष्क और शरीर के संतुलन हेतु योग शक्ति एक वरदान है।
अनुशासन और योग जीवन में सफलता का उच्च स्तरीय मार्ग प्रशस्त करता है। महर्षि पतंजलि के योग शास्त्र के अनुसार अष्टांग योग में यम, नियम,आसन,प्राणायाम,प्रत्याहार, ,धारणा , ध्यान और समाधि आदि की चर्चा विद्यार्थियों से की गई साथ ही योगाभ्यास भी प्रति दिवस कराया गया। उक्त राष्ट्रीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला को सफल बनाने में महाविद्यालय परिवार सहित अन्य कई शासकीय व अशासकीय महाविद्यालयों से ऑनलाइन पटल से जुड़े रहे साथ ही कार्यक्रम स्थल पर पधारे प्रशिक्षुओं का सहयोग एवं गरिमामय उपस्थिति वंदनीय रही।