निवेशकों को बताए पर्यटन सेक्टर में होटल इंडस्ट्री और हेरिटेज प्रॉपर्टी के फायदे
इंदौर
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मध्यप्रदेश में पर्यटन क्षेत्र डेवलपमेंट और उद्योग संभावनाओं पर भी काफी जोर दिया गया है और निवेशकों ने इसमें काफी रुचि ली है। राज्य सरकार ने निवेशकों को बताया कि क्षेत्रीय महत्व और पर्यटकों के आकर्षण को देखते हुए मध्यप्रदेश को 5 पर्यटन जोन में रखा गया है। ये जोन इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो और भोपाल हैं। निवेशकों को सत्र के दौरान बताया गया कि मध्यप्रदेश टूरिज्म गंतव्य विकास के संचालन और प्रबंधन के लिए ओरछा, मांडू, अटेर, तामिया और चंदेरी में ईको रिट्रीट, रिवर क्रूज बड़वानी से स्टैच्यू आॅफ यूनिटी, रोपवे, सलकनपुर, ओंकारेश्वर और भोजपुर, पचमढ़ी में 18 होल का गोल्फ कोर्स, होहो बस सर्विस (भोपाल और इंदौर), छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर, व्यू का स्टार होटल, इंट्रा स्टेट एयर टैक्सियां और अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं पीपीपी मॉडल में परियोजनाओं के विकास की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। प्रोजेक्ट चीता को प्रमुख रूप से योजना के तहत विकसित किया जा रहा है।
फिल्म पर्यटन नीति
मध्यप्रदेश को एक नया फिल्म हब बनाने और दुनिया भर के फिल्म निमार्ताओं को आकर्षित करने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग के अंतर्गत फिल्म फैसिलिटेशन सेल एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है। सभी प्रकार की अनुमतियों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सुविधा उपलब्ध है।
जल पर्यटन नीति
जल और साहसिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने लगभग 3 हजार वर्ग किलोमीटर वाले 22 जल निकायों को अधिसूचित किया है। पर्यटन विभाग जल/साहसिक खेल गतिविधियों के संचालन के लिए लाइसेंस जारी करने के लिए अधिकृत है।