कांग्रेस की ‘निमंत्रण राजनीति’! विपक्षी एकजुटता दिखा 2024 के लिए तैयार कर रही जमीन
नई दिल्ली
भारत जोड़ो यात्रा आखिरी पड़ाव की तरफ बढ़ रही है। यात्रा के समापन समारोह में विपक्षी दलों को आमंत्रित कर कांग्रेस ने वर्ष 2024 के चुनाव के लिए एकजुटता के लिए जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। हालांकि, पार्टी ने आम आदमी पार्टी और भारत राष्ट्रीय पार्टी सहित कई अन्य विपक्षी दलों को समापन से अलग रखा है। कांग्रेस लगातार यह दोहरा रही है कि भारत जोड़ो यात्रा का मकसद वर्ष 2024 के लिए विपक्ष को एकजुट करना नहीं है। पर, पार्टी इस मुहिम में अपनी तरफ से सभी को साथ लेकर चलने का संदेश देना चाहती है। यही वजह है समापन समारोह के लिए पार्टी ने समान विचारधारा वाले 23 राजनीतिक दलों को न्योता दिया है।
यात्रा के दौरान यह पहली बार है, जब कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र लिखकर विपक्षी दलों को आमंत्रित किया है। अभी तक जिस प्रदेश से यात्रा गुजरती थी, उस प्रदेश के नेता दूसरे दलों और अहम शख्सियतों को आमंत्रित करते थे। ऐसे में पार्टी की इस पहल को राजनीतिक हलकों में सभी को साथ लेकर चलने के संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि कई दल राहुल गांधी की अगुआई में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से हिचक रहे हैं। इस निमंत्रण के बाद भी कोई दल खुद को इस यात्रा से अलग रखता है, तो उसे लोगों को जवाब देना होगा। क्योंकि, यात्रा का मकसद भारत को जोड़ना है। इसलिए, पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर सभी को आमंत्रित कर रही है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, यात्रा खत्म होने में अभी 20 दिन बाकी है। ऐसे में यह पार्टियां अभी भी यात्रा में शामिल हो सकती है। दरअसल, पार्टी के सामने सबसे बड़ी मुश्किल हिंदी भाषी राज्यों में है। क्योंकि, सपा, बसपा, राजद और जेडीयू ने यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी है, पर इन पार्टियों का कोई बड़ा नेता भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं हुआ है।
पार्टी के निमंत्रण पर अभी तक डीएमके, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने हिस्सा लिया है। इसके साथ मशहूर अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम के नेता कमल हसन शामिल हुए हैं। हालांकि, कई सामाजिक संगठनों ने यात्रा को समर्थन देते हुए यात्रा में हिस्सा लिया है।