मध्यप्रदेश में G 20 की बैठक होना गौरव की बात
G 20 की बैठक 16 और 17 जनवरी को भोपाल में
प्रमुख सचिव पर्यटन और प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय ने की समीक्षा
भोपाल
विदेश मंत्रालय भारत सरकार की संस्था आरआईएस (रिसर्च एंड इनफॉरमेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज) द्वारा G20 का विशेष सम्मेलन "थिंक 20 ग्लोबल गवर्नेंस विद लाइफ, वैल्यू एंड वेल बीइंग" 16 और 17 जनवरी को भोपाल में कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में किया जाएगा। सम्मेलन में G 20 के चीफ कोऑर्डिनेटर भारत सरकार हर्ष वर्धन श्रींगला, इंडोनेशिया के राष्ट्रीय विकास योजना मंत्रालय में राजनीतिक, कानून, सुरक्षा और रक्षा मामलों के उप मंत्री डॉ.slamet soedarsono, भारत में नीदरलैंड के राजदूत एच. ई. मार्टन वादेन बर्ग और जर्मनी के जर्मन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग संस्थान में आर्थिक सहयोग और विकास के प्रमुख और मंत्री उवे गेहलेन विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। G 20 के सदस्य देशों से करीब 70 मंत्री और अतिथि सहित भारत के अन्य राज्यों से 100 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। सभी अतिथियों को ट्राइबल म्यूजियम और यूनेस्को वर्ल्ड हेरीटेज सांची का भ्रमण भी कराया जाएगा।
मध्यप्रदेश में G 20 की बैठक होना प्रदेश के लिये गौरव की बात है। G 20 अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। यह सभी प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना और अधिशासन निर्धारित करने तथा उसे मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस समय भारत को G 20 की अध्यक्षता करने का गौरव मिला है। G 20 में अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इण्डोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, साउदी अरबिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, टर्की, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला और प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग और अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रतीक हजेला ने मंत्रालय में सम्मेलन की व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
अधिकारी द्वय ने निर्देश दिए कि G 20 सम्मेलन अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए महत्वपूर्ण है। इस वर्ष दुनिया के शक्तिशाली देशों के संगठन G 20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है। इसलिए सम्मेलन की सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कर लें। अतिथियों के हॉस्पिटेलिटी और सुरक्षा में कोई कमी न रहें। सम्मेलन में सभी सेशन के एजेंडा और सबंधित तथ्यों को चेक करें। आमंत्रित सभी डेलिगेट्स के सत्कार का विशेष ध्यान रखें। किसी भी तरह की कोई कमी न रहे। भोपाल कमिश्नर और कलेक्टर सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।