September 29, 2024

अष्टरंग भिलाई की तीन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को संदेश दिया, भावुक किया और रुलाया

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भिलाई

एस. एन. जी.स्कूल से.4 के आडिटोरियम में भिलाई की आठ संस्थाओं के तत्वाधान में अंचल के वरिष्ठ और प्रसिद्ध निर्देशक दिनेश दीक्षित के 15 दिवसीय नाट्य कार्यशाला में तैयार तैयार तीन बेहतरीन और नई प्रस्तुतियां नगर को देखने मिली जिसे दर्शकों की भरपूर सराहना मिली.
पहली प्रस्तुति थी वामा जो कि विश्व भर से नारी विमर्श पर लिखी गई नौ बेहतरीन कविताओं का मंचन था जिसमें भारत की भी कवित्री और कवि की कविताएँ शामिल थीं. उक्त प्रस्तुति में आठ महिलाओं ने बेहतरीन अभिनय से सबको भावुक कर दिया जिसमें डा. प्रशि तिवारी, नीलिमा मिश्रा, अनीता उपाध्याय, सुचिता मुखर्जी, राजश्री देवघरे, मनीषा निखारे, कुमुद कथुरिया सिंह, सिग्मा और नन्ही अभिनेत्री परिकल्पना शामिल रहीं.इन कविताओं में बचपन से लेकर पूरी उम्र महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव और दोयम व्यवहार को रेखांकित करता है.

दूसरी प्रस्तुति शा.उ. मा. विद्यालय रुआ बांधा के विद्यार्थियों की जिन्होंने पांच बेहतरीन कहानी को किस्सा गोई विधा में सुनाकर बहुत ही उपयोगी संदेश दिया उक्त किस्सा गोई में अराधना साहू, प्राची टंडन, मनीषा यादव, हिमांशी कौशिक, प्रिया निषाद ने अपनी संयत आवाज और अभिनय से श्रेष्ठ प्रस्तुति दी. तीसरी और आखिरी प्रस्तुति बहुत ही खास थी जो कि एक बलात्कार पीड़िता की डायरी का मंचन था जो कि सच्ची घटना पर आधारित थी,जिसे सुमिता पाटिल ने एकल प्रस्तुति के रुप में मंचित किया और दर्शक इतने भावुक हो गये कि आंसू रोक नहीं पाये.
उस प्रस्तुति ने समाज से सवाल किया चुनौती भी दी संदेश भी दिया.कहानी में बताया गया कि कोई बलात्कार पीड़ित के साथ एक बार तो समाज के कुत्सित मानसिकता वाले व्यक्ति द्वारा होता है लेकिन जीवन भर पूरा समाज हर दिन उसे याद दिलाकर, उससे घृणा करके, उसे और उसके परिवार वालों को प्रताड़ित करता रहता है.उक्त पूरे कार्यक्रम के संयोजक थे शिशिर टमोटिया.विशेष सहयोग विजय शर्मा, विभाष उपाध्याय, मणिमय मुखर्जी थे.संगीत प्रशांत पंडा का था, ग्राफिक्स सुमय मुखर्जी और सिग्मा का था.स्टेज क्राफ्ट त्रिज्या उपाध्याय का था.

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