विगत वर्षों से जर्जर शाला भवन को संक्रांति भ्रमण दौरान निवास विधायक ने किया निरीक्षण
मंडला
क्षेत्र के भ्रमण के दौरान निवास विधायक डॉ अशोक मर्सकोले ने कहा शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग जिला प्रशासन और शिवराज सरकार शिक्षा की उच्च गुणवत्ता की बातों के साथ सी एम राइज स्कूल की बात कहती है, पर सच्चाई इसके उलट गांव में स्कूलों की जर्जर बिल्डिंग शिक्षकों की कमी, स्कूल में अध्यापन की बजाय सरकारी कार्यकमों में शिक्षकों व्यस्त रखता परिणाम चरमराती स्कूली शिक्षा व्यवस्था है,
मण्डला मुख्यालय विकास खंड की सिंगारपुर पंचायत की सलैया पोषक ग्राम की जिसकी बिल्डिंग 2-3 वर्षों से जर्जर है ,कई आवेदन निवेदन किये जा चुके हैं जनसुनवाई से विभागीय अधिकारियों से कई बार दरवाजे खटखटाए पर आज तक सुनवाई नहीं हो रही है,
55-60 छात्रों की दर संख्या पर बच्चे दूसरों के घरों में क्लास लगवाकर पढ़ने को मज़बूर है,,
मैंने क्षेत्रीय विधायक होने के नाते कई बार विषय भी उठाया, ऐसे ही विषय पर प्रश्न विधानसभा भी लगाया पर गलत जानकारी देकर अधिकारी बच जाते हैं,,
आदिवासियों के हितैषी कहलाने वाली शिवराज सरकार और उनको हमेशा ख़ुश रखने वाले विभागीय अधिकारी और प्रशासन लगातार हार सप्ताह टी एल और जनसुनवाई में क्या करता है समझ से परे है,
स्कूलों की बदहाल यह स्थिति सिर्फ़ मण्डला की नहीं लगभग हर जगह की है, बिल्डिंग जर्जर और अतिथि शिक्षकों के सहारे रेंग रही शिक्षा व्यवस्था चिन्तनीय है,
भोपाल से बजट आता है पर मूलभूत सुविधाओं के लिए ख़र्च नहीं होकर भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ जाता है या फिर बजट वापस हो जाता है ,स्कूल होस्टल, कन्या परिषर और शिक्षा में छात्रों के शिक्षण और प्रमोशन के लिए किताबें, साइकल, ड्रेस, खेल सामग्री और प्रमोशन और पढ़ाई के लिए कोई ख़र्च नहीं,भ्रस्टाचार की बातें जब बजट की गहराई तक जायेंगे तो सरकार और विभाग की पोल परतें खुल जायेगी।
डॉ अशोक मर्सकोले विधायक निवास जिला मण्डला।