G20 Meets in UP: जी20 देशों के प्रतिनिधियों को यूपी की सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराएगी Yogi सरकार
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार एक ओर जहां यूपी में ग्लोबल इनवेस्टर समिट की तैयारियों में जुटी है वहीं दूसरी ओर वह यूपी में होने वाले जी20 कार्यक्रमों की मेजबानी को लेकर भी खासा उत्साहित है। इन कार्यक्रमों को लेकर सीएम योगी लगातार खुद ही समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। योगी ने अधिकारियों को साफतौर पर यह निर्देश दिया है कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता करना देश के लिए एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा कि 2023 में होने वाला जी20 शिखर सम्मेलन दुनिया को ब्रांड उत्तर प्रदेश से परिचित कराएगा।
उन्होंने कहा कि इस अवसर को यादगार और अद्वितीय बनाने के लिए लखनऊ में 'जी20 पार्क' की स्थापना की जानी चाहिए। अधिकारी स्थल चिन्हित कर पार्क निर्माण के संबंध में कार्ययोजना तैयार करें। सीएम ने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए 2023 में भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 सम्मेलनों के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं। भारत की अध्यक्षता में जी20 की एक वर्ष की अवधि (दिसंबर 2022-नवंबर 2023) के दौरान वाराणसी, लखनऊ, आगरा और ग्रेटर नोएडा में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि जिलों में अतिथि देवो भव की थीम पर तैयारियां की जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जी20 सम्मेलनों की मेजबानी करने वाले शहरों को भव्य रूप दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगरों में ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व के धरोहर स्थलों पर आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था की जाए। मेहमानों के लिए यात्रा मार्ग पर राज्य की संस्कृति को दर्शाने वाले चित्रों को दीवारों पर प्रदर्शित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की योग परंपरा को आज पूरा विश्व अपना रहा है और शहरों में विभिन्न स्थानों पर 'सूर्य नमस्कार' की विभिन्न मुद्राओं को प्रदर्शित करने वाली प्रतिमाएं स्थापित की जा सकती हैं। लखनऊ-आगरा-वाराणसी में दिखेगी गंगा-जमुनी तहजीब उत्तर प्रदेश के चारों शहरों-लखनऊ में अवध संस्कृति, आगरा में ब्रज संस्कृति, वाराणसी में रंगोत्सव और गंगा संस्कृति में होने वाले कार्यक्रमों की थीम स्थानीय संस्कृति को बनाया जाए। गृह विभाग को सभी प्रतिनिधियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। प्रत्येक प्रतिनिधि के साथ एक संपर्क अधिकारी तैनात किए जाएंगे। सभी पुलिस विंग के समन्वय से सुरक्षा के कड़े इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से बेहतर निगरानी और खुफिया जानकारी के लिए केंद्र सरकार से मार्गदर्शन लेने को कहा है। यूपी की सांस्कृतिक-ऐतिहासिक विरासत की दिखेगी झलक अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को जी-20 के मंच पर संकलित कर प्रस्तुत किया जाए। समृद्ध अर्थव्यवस्था, जीडीपी, औद्योगिक विकास, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को भी प्रदर्शित किया जाएगा। जी20 के लोगो का इस्तेमाल हर कार्यक्रम और राज्य सरकार के हर पत्राचार में किया जाएगा। जी20 की मेजबानी शहर के बुनियादी ढांचे के उन्नयन और सौंदर्यीकरण के लिए भी एक अच्छा अवसर है। जिन शहरों में सम्मेलन होने हैं, वहां विशेष सफाई अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर वैश्विक मानकों के अनुसार हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध होनी चाहिए।