मिड डे मील के 100 करोड़ उड़ाए, 5 SUV के नंबर भी फर्जी; जालसाज ‘संजय’ पर कसा ED का शिकंजा
नई दिल्ली
झारखंड में 100 करोड़ रुपये के मिड डे मील घोटाला मामले में ईडी ने रांची पुलिस को पत्र लिखा है। ईडी ने रांची पुलिस को पत्र लिखकर आरोपी संजय तिवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की है। मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने सोमवार को रांची पुलिस को पत्र लिखकर भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय तिवारी के खिलाफ अविलंब प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की है। गौरतलब है कि ये मामला 2017 का है। मिड डे मील की 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि संजय तिवारी की कंपनी को ट्रांसफर की गई थी।
2017 में सामने आया था घोटाला का मामला
बता दें कि मामला 6 वर्ष पुराना है। दरअसल, ईडी की जांच में पता चला कि झारखंड की राजधानी रांची स्थित हटिया के एसबीआई शाखा से झारखंड मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के खाते से भानु कंस्ट्रक्शन को 101.01 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। जब 19 सितंबर 2017 को राज्य निकाय ने बैकों को निर्देश दिया कि जिलों में मध्याह्न भोजन की राशि जारी की जाए तो इस बात का खुलासा हुआ। जांच में ये बात भी सामने आई कि 16 अगस्त 2017 को भी भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय तिवारी ने अपनी कंपनी में काम करने वाले राजू वर्मा के खाते में 8 करोड़ 27 लाख रुपये हस्तांतरित किए। राजू वर्मा ने इन पैसों को अलग-अलग बैंक खातों में डाला। कुछ पैसों की नकद निकासी की और गाड़ियां खरीदी। यही नहीं, संजय तिवारी की पत्नी और राजू वर्मा कई कंपनियों में पार्टनर्स भी थे।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे जालसाजी करता था संजय तिवारी
अब तक की जांच में ये बात सामने आई है कि संजय तिवारी बहुत बड़ा जालसाज है। मिड डे मील घोटाले से पहले भी उसने कई कांडों को अंजाम दिया है। उसने एनएचआई का फर्जी आइईडी कार्ड बनवा रखा था। उसके पास 5 एसयूवी गाड़ियां हैं। सब में फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर हैं। वो फर्जी दस्तावेजों को जरिए लोगों को ठग लेता था। ईडी की जांच से पता चला है कि एनएचआई का फर्जी प्रमाण पत्र दिखाकर भी उसने कई जालसाजियों को अंजाम दिया है।
फर्जी हस्तांतरण मामले में सीबीआई ने दर्ज की थी प्राथमिकी
गौरतलब है कि मिड डे मील राशि के फर्जी हस्तांतरण मामले में पहले सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की थी। बाद में इसे ईडी ने टेकओवर किया क्योंकि इसमें मनी लाउंड्रिंग का भी एंगल था। 100 करोड़ रुपये के गबन मामले में ईडी ने संजय तिवारी को 33 नवंबर 2021 को गिरफ्तार किया था। 23 नवंबर को उसे जेल भेज दिया गया। बैंक अधिकारी जसबीर की शिकायत पर सीबीआई ने संजय तिवारी के विरुद्ध शिकायत दर्ज की थी।