मोदी सरकार ने जीडीपी के आंकड़ों को जारी करने की तारीख बदली
नई दिल्ली
Budget 2023: केंद्र ने अपने सरकारी आंकड़े के कैलेंडर में बड़ा बदलाव किया है। हर साल जनवरी में जारी होने वाले राष्ट्रीय खाते के आंकड़ों (नेशनल अकाउंट स्टैटिस्टिक) को अब सरकार ने फरवरी के महीने में जारी करने का फैसला किया है। अब यह सरकारी आंकड़े बजट के बाद जारी किए जाएंगे। नए कैलेंडर के अनुसार, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) इस वर्ष से पिछले वित्त वर्ष की राष्ट्रीय आय, उपभोग खर्च, बचत और पूंजी निर्माण के पहले संशोधित अनुमानों को फरवरी के आखिरी हफ्ते में जारी करेगा। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि 31 जनवरी की तारीख को बदल दिया गया है, क्योंकि यह बजट से ठीक दो दिन पहले आ रही है और इन नंबरों को इसमें शामिल नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा, चल रहे वित्तीय वर्ष के पहले एडवांस अनुमानों की घोषणा 7 जनवरी को की जाती है, जिससे बहुत कम समय में कई अनुमान जारी किए जाते हैं।
अधिकारी ने कहा, एक विकल्प 15 जनवरी को आंकड़े जारी करने का था, लेकिन इसके कारण व्यापक आंकड़ों से समझौता करना पड़ता। इसलिए, 28 फरवरी को अंतिम रूप दिया गया है और इसे दूसरे संशोधित अनुमानों के साथ जारी किया जाएगा। बजट के इतने करीब आंकड़ों को जारी करने की आलोचना भी हुई थी, क्योंकि इससे भ्रम पैदा हुआ था।
आंकड़ों का पहला संशोधित अनुमान महत्वपूर्ण
खबरों के अनुसार, राष्ट्रीय खाते के आंकड़ों का पहला संशोधित अनुमान महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें भारत के बचत का ब्यौरा होता है, जो देश के विकास का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। अब तक मंत्रालय पहला संशोधित अनुमान जनवरी के अंतिम कार्य दिवस पर जारी करता था। यह अब 28 फरवरी को वित्त वर्ष-22 के लिए आंकड़े जारी करेगा, साथ ही 2020-21 के लिए दूसरा संशोधित अनुमान, 2019-20 के लिए तीसरा संशोधित अनुमान और वित्त वर्ष-23 के लिए तीसरी तिमाही का अनुमान जारी करेगा।
क्या होगा फायदा : इससे पहले इन आंकड़ों को सरकार की ओर से जनवरी के आखिरी दिन जारी किया जाता रहा है। अधिकारियों ने इसकी तारीख टालने की वजह बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य प्रमुख आधिकारिक आंकड़े जारी करने के समय को निर्धारित करना और एक फरवरी को घोषित होने वाले बजट से पहले भ्रम से बचना है।