विकास यात्रा के सहारे जनता का मूड जानेगी शिवराज सरकार,तीन सप्ताह चलेगी यात्रा
भोपाल
प्रदेश में अब विकास यात्रा एक फरवरी की जगह पांच फरवरी को संत रविदास जयंती से प्रारंभ होगी। यह 25 फरवरी तक यानी तीन सप्ताह चलेगी और इसमें विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया जाएगा। सभी ग्राम पंचायतों में हितग्राही सम्मेलन होंगे।
मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लिए जिनका चयन किया गया है, उन्हें लाभांवित किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास यात्रा की कार्ययोजना को लेकर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक में बताई। साथ ही मंत्रियों को निर्देश दिए गए कि वे यात्रा प्रारंभ होने से पहले दो दिन का दौरा करके अच्छे से तैयारी कर लें।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बैठक के बाद बताया कि प्रधानमंत्री आवास पूरे प्रदेश में एक रंग के होंगे।
हर यात्रा का अलग नाम और कोड नंबर होगा
हर विकास यात्रा को एक विशिष्ट नाम, कोड नम्बर दिया जाएगा। प्रभारी मंत्री की सलाह से हर यात्रा के लिए यात्रा प्रभारी, सह यात्रा प्रभारी, लोकार्पण, शिलान्यास, हितलाभ वितरण के लिए मुख्य अतिथि को कलेक्टर तय करेंगे। हर जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में होने वाली विकास यात्राओं के रूट और रूपरेखा का निर्धारण जिले के प्रभारी मंत्री के सलाह लेकर कलेक्टर फाइनल करेंगे।विकास यात्रा के लिए आसपास के गांवों, वार्डो के क्लस्टर, समूह बनाकर उसके रूट तय करेंगे। यात्रा से संबंधित क्लस्टर में शामिल पहले गांव से शुरु होकर बाकी सभी गांवों से गुजरती हुई क्लस्टर के आखिरी गांव में समाप्त होगी। विकास यात्रा के रूट का निर्धारण इस प्रकार किया जाएगा जिससे हर ग्राम, नगर में यात्रा के अंतर्गत आयोजित होने वाली गतिविधियों को पर्याप्त समय मिले और निर्धारित समयावधि में जिले के समस्त ग्राम, वार्ड में यात्रा अनिवार्य रूप से पहुंचे।
यात्राओं का रूट, रूपरेखा निर्धारित करते समय स्थानीय जरुरतों और परिस्थितियों के मुताबिक इनका निर्धारण किया जाएगा।
- प्रतिदिन यात्रा का प्रारंभ स्थल एवं समापन स्थल ।
- प्रतिदिन यात्रा का प्रारंभ समय एवं समापन समय।
- यात्रा में प्रतिदिन कवर की जाने वाली दूरी
- यात्रा में प्रति रोज कवर किए जाने वाले ग्राम, वार्ड |
- यात्रा के दौरान होने वाली गतिविधियाँ।
विकास यात्रा में होने वाली गतिविधियां
गांवों, वार्डों में जरूरी विकास कार्यों के शिलान्यास, लोकार्पण।
सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के हितग्राहियों के साथ योजना के लाभ मिलने के पहले की स्थिति और लाभ मिलने के बाद उनकी स्थितियों में हुए बदलावों पर संवाद होंगे।
गांव, नगर में नागरिकों, किसानों, मजदूरों, विद्यार्थियों, महिलाओं, स्व-सहायता समूहों के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में की गई अभिनव पहल और उनकी सफलता की कहानियों पर चर्चा होगी ।
केन्द्र और राज्य सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं और उनके लाभों के बारे में आम नागरिकों को जानकारी देना एवं योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाएगा।
ग्राम और नगर के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए कामों से जनता को अवगत कराते हुए भविष्य की विकास रणनीतियों पर चर्चा होगी।
विकास यात्रा के दौरान स्व-सहायता समूहों, शिक्षक पालक संघ के सदस्यों, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स के सदस्य, ग्राम सभाओं के सदस्य, जल जीवन मिशन के अंतर्गत परियोजना संचालन- संधारणकर्ता समितियों के प्रतिनिधि, जल उपभोक्ता संथाओं के प्रतिनिधि, पेसा नियमों के अंतर्गत निर्मित समितियों के सदस्य आदि विभिन्न समूहों को भी सम्मिलित करते हुए उनके द्वारा किए जा रहे स्थानीय स्तर पर किए जा रहे अच्छे कार्यों का अवलोकन भी किया जा सकता है।
यात्रा के रूट में आने वाली शासकीय संस्थाओं जैसे- स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनवाड़ी, विद्यालय, राशन की दुकान, ग्राम पंचायत कार्यालय, पुलिस थाना, पशु चिकित्सालय, सहकारी साख समिति आदि का भ्रमण कर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने और अधोसंरचना में सुधार के लिए सुझाव लिए जाएंगे।
सरकार की विभिन्न योजनाओं के ऐसे पात्र हितग्राही, जिन्हें हाल ही में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत योजना का लाभ मिला है, उन्हें हितलाभ वितरण की कार्यवाही की जाएगी
यात्रा के दौरान विकास गतिविधियों पर एकाग्र सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा सकते हैं।