प्रदेश में वीडी शर्मा का बढ़ेगा कार्यकाल या नए व्यक्ति को कमान सौंपेगी बीजेपी, चर्चा में ये तीन नाम
भोपाल
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक में जेपी नड्डा के कार्यकाल बढ़ाने के साथ ये भी तकरीबन स्पष्ट हो चुका है कि अब मध्यप्रदेश में भी अध्यक्ष के कार्यकाल को बढ़ाया जाएगा. अभी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ही बना रहेंगे. प्रदेश में संगठन के चुनाव और अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा होने के चलते ये कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेश संगठन में कई बदलाव होंगे. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष को भी बदला जा सकता है, लेकिन अब इन अटकलों पर विराम लगता दिखाई दे रहा है.
कास्ट कार्ड खेल सकती है बीजेपी
एमपी में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। यदि बीजेपी शर्मा को हटाने का फैसला करती है तो चुनाव को ध्यान में रखते हुए वह जातीय कार्ड खेल सकती है। ऐसे समुदाय के व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है जो वोटों की गोलबंदी में सहायक हो। इस लिहाज से तीन नाम चर्चा में हैं।
एक्सटेंशन मिलेगा या…
नड्डा को एक्सटेंशन मिलने के बाद भी उनकी टीम में बड़े पैमाने पर बदलाव तय है। सबसे ज्यादा बदलाव की संभावना उन राज्यों में है जहां बीजेपी की सरकार है। वीडी शर्मा अगले महीने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में तीन साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। ऐसे में उनकी जगह किसी दूसरे व्यक्ति को इस पद पर बिठाने की संभावना जताई जा रही है।
सुमेर सिंह सोलंकी- आदिवासी
राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी युवा हैं और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं। मध्य प्रदेश में 23 फीसदी आबादी आदिवासियों की है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को आदिवासियों के वोट कम मिले थे। पार्टी उन्हें साधने के लिए लगातार कोशिशों में लगी है। इसको देखते हुए सोलंकी को वीडी शर्मा का विकल्प माना जा रहा है। उनकी एक बड़ी खासियत यह भी है कि वे बचपन से ही आरएसएस से जुड़े रहे हैं और अमित शाह के करीबी माने जाते हैं।
लाल सिंह आर्य- एससी
बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य पार्टी में एससी समुदाय का चेहरा माने जाते हैं। एमपी में 17 फीसदी वोटर इसी समुदाय से हैं। इनके लिए विधानसभा की 35 सीटें आरक्षित हैं जिनमें से 21 बीजेपी के पास हैं। 2018 के चुनाव में एससी के लिए आरक्षित सीटों पर बीजेपी को आठ सीटों का नुकसान हुआ था। उन्हें साधने के लिए पार्टी लाल सिंह आर्य को प्रदेश बीजेपी की कमान दे सकती है।
राजेंद्र शुक्ला- सामान्य वर्ग
यदि पार्टी वीडी शर्मा की तरह सामान्य वर्ग के किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाती है तो राजेंद्र शुक्ल प्रबल दावेदार हो सकते हैं। उनके जरिए पार्टी को विंध्य क्षेत्र में वोटर्स को गोलबंद करने में मदद मिलेगी जहां 2018 के चुनाव में उसका प्रदर्शन सबसे खराब रहा था। सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ करीबी भी शुक्ला का रास्ता आसान कर सकती है।
वीडी शर्मा का क्या होगा
वीडी शर्मा खजुराहो से सांसद हैं। उनके प्रदेश अध्य़क्ष रहते पार्टी ने उपचुनावों और स्थानीय निकाय चुनावों में अच्छी कामयाबी हासिल की। इसे देखते हुए उन्हें सरकार या संगठन में कोई जिम्मेदारी दी जा सकती है। विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय कैबिनेट में एमपी कोटे के मंत्रियों में कुछ फेरबदल हो सकता है। ऐसा हुआ तो शर्मा को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
राष्ट्रीय कार्यसमिति के फैसले का इंतजार
बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को जून 2024 तक के लिए बढ़ाया गया है. जेपी नड्डा ने जून 2019 में पार्टी की कमान संभाली, चूंकि एमपी में भी चुनाव हैं और ऐसे में राष्ट्रीय नेतृत्व नहीं चाहता कि किसी भी तरह का फेरबदल यहां पर किया जाए. एमपी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की वजह भी खास नहीं है. नगरीय निकाय चुनावों में बीजेपी संगठन ने मेहनत की और बीजेपी को नगरीय निकायों में जीत मिली. हालांकि जिस तरह से बीजेपी दावा कर रही थी कि वो पूरे 14 नगर निगम पर कब्जा कर लेगी, लेकिन सत्ता संगठन की तमाम कोशिश के बावजूद उसे ग्वालियर, जबलपुर, कटनी, बुरहानपुर में तगड़ा झटका लगा. उसके हाथ से खास नगर निगम चली गई.