अडानी की इस कंपनी का आ रहा है FPO, बाजार भाव से ₹300 सस्ता शेयर खरीदने का मौका!
नई दिल्ली
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने बुधवार को 20,000 करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के लिए शेयर बाजारों के समक्ष ऑफर लेटर दाखिल किया। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी के अगुवाई वाले समूह की प्रमुख कंपनी है। ऑफर लेटर के मुताबिक, एईएल का एफपीओ 27 जनवरी को खुलेगा और 31 जनवरी को बंद होगा। बता दें, एंकर निवेशकों के पास 25 जनवरी को सिर्फ मौका रहेगा।
कंपनी की तरफ से ऑफर लेटर में दी गई जानकारी के मुताबिक अडानी ग्रुप की इस कंपनी के एफपीओ का प्राइस बैंड 3112 रुपये से 3276 रुपये है। बता दें, पिछले एक महीने के दौरान कंपनी के शेयरों में 12 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली है। आज यानी बुधवार को अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के एक शेयर का भाव एनएसई में 1.50 प्रतिशत गिरकर 3584.90 रुपये पर आ गया।
क्या होता है एफपीओ?
जब किसी लिस्टेड कंपनी को फंड की जरूरत पड़ती है। तो प्रमोर्टस या बड़े शेयरहोल्डर्स फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को जरिया बनाते हैं। एफपीओ के दौरान कोई भी निवेशक आकर कंपनी के शेयर खरीद सकता है।
अडानी एंटरप्राइजेज FPO डीटेल्स
एफपीओ से मिले 20,000 करोड़ रुपये में से 10,869 करोड़ रुपये का इस्तेमाल हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं, मौजूदा हवाई अड्डों के विकास और नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए किया जाएगा। इसके अलावा 4,165 करोड़ रुपये से हवाई अड्डों, सड़क और सौर परियोजना क्षेत्र की अनुषंगी कंपनियों द्वारा लिए गए कर्ज को चुकाया जाएगा।
अडानी (60) ने एक व्यापारी के रूप में शुरुआत की थी और आज उनका कारोबार बंदरगाह, कोयला खनन, हवाई अड्डा, डेटा केंद्रों और सीमेंट के साथ ही हरित ऊर्जा तक फैला है। एईएल भारत का सबसे बड़ी सूचीबद्ध व्यापार इनक्यूबेटर है और चार प्रमुख उद्योग क्षेत्रों – ऊर्जा और उपयोगिता, परिवहन और लॉजिस्टिक, उपभोक्ता और प्राथमिक उद्योग में शामिल है।
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का क्या बयान आया?
कंपनी ने कहा, ''हमने पिछले कुछ वर्षों में अडानी समूह के लिए नए कारोबार की स्थापना में मदद की है। उन्हें बड़े और आत्मनिर्भर व्यावसायिक खंड की तरह विकसित किया और बाद में उन्हें स्वतंत्र रूप से सूचीबद्ध मंच के रूप में अलग किया।'' कंपनी के वर्तमान पोर्टफोलियो में एक हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र, डेटा केंद्र, हवाई अड्डे, सड़कें, खाद्य एफएमसीजी, डिजिटल, खनन, रक्षा और औद्योगिक विनिर्माण शामिल हैं। कंपनी नए अवसरों से फायदा उठा रही है, जिसमें हरित हाइड्रोजन, विमानन क्षेत्र और डेटा केंद्र शामिल हैं। कंपनी का कर्ज 30 सितंबर, 2022 तक 40,023.50 करोड़ रुपये था।