अब RTO के पोर्टल वाहनों का आपराधिक रिकॉर्ड भी दिखेगा
ग्वालियर
प्रदेश के आरटीओ ऑफिसों में नए साल से पुराने वाहनों के नाम ट्रांसफर, डुप्लीकेट पंजीयन कार्ड और दूसरे राज्य में जाने के लिए लगने वाली एनओसी को घर बैठे करने की व्यवस्था 15 दिन बीतने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है। दरअसल, वाहन पोर्टल से नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की वेबसाइट के लिंक नहीं होने से ऐसा हो रहा है। अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि दो-तीन दिन में काम होने लगेगा। इस सुविधा के शुरू होने के बाद परिवहन विभाग के वाहन पोर्टल पर ही वाहनों का अपराधिक रिकॉर्ड दिखेगा।
पुराने वाहनों से जुड़ा कोई भी काम करने पर सिस्टम में विकल्प आएगा। यहां उस वाहन का पंजीयन नंबर डालते ही सीधे नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की वेबसाइट खुल जाएगी। इसके बाद वाहन से जुड़ी जानकारी आ जाएगी। अगर वाहन किसी अपराध में उपयोग हुआ होगा या मालिक का नाम अलग आएगा, तो पूरी जानकारी मिल जाएगी। इसके बाद आरटीओ अधिकारी अपने स्तर पर उसका काम रोक देंगे।
बता दें कि परिवहन विभाग के निर्देश पर आरटीओ आॅफिसों में 18 दिसंबर से पुराने वाहनों के नाम ट्रांसफर और अन्य काम रोक दिए गए। सभी आरटीओ को निर्देशित किया गया था कि 31 दिसंबर वाहन ट्रांसफर की पेडेंसी खत्म करें,ताकि 1 जनवरी से ये काम आनलाइन किए जाएंगे। वाहन मालिकों के अनुसार अब आॅनलाइन व्यवस्था लागू कर देने से काफी परेशानी हो रही है।