‘बेटा भारत का नाम रोशन करेगा’, सिराज की मां ने जताई बेटे के वर्ल्ड कप में खेलने की उम्मीद
नई दिल्ली
भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के लिए ये समय गेंदबाजी में बड़ा ही खास चल रहा है। अगर वे इसी तरह से गेंदबाजी करते रहे तो भारत ही नहीं बल्कि विश्व के सर्वकालिक महानतम तेज गेंदबाजों की लिस्ट में शामिल हो जाएंगे। लेकिन इसके लिए उनको कम से कम 10 साल तक ऐसी ही निरंतरता दिखानी होगी और ये कुछ ऐसी चीज है जिसको करने में बड़े से बड़े सिकंदर के पसीने छूट जाते हैं। लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि बुमराह की गैर मौजूदगी में 28 साल के सिराज इस समय देश के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज हैं और बुधवार का दिन फिर से उनके लिए खास रहा क्योंकि वह हैदराबाद में पहले वनडे में न्यूजीलैंड पर टीम की रोमांचक जीत में अहम भूमिका निभाने में सफल रहे।
घरेलू मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच
सिराज ने मैच घरेलू दर्शकों के सामने ही खेला और इस मैच में चार विकेट लिए। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पिछले मैच में भी चार विकेट लिए थे। सिराज घरेलू मैदान पर खेलने के लिए उत्साहित थे। उन्होंने कहा था, सिराज ने कहा, "घरेलू मैदान पर यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। मैंने वहां केवल आईपीएल खेला है। मुझे काफी आत्मविश्वास मिलेगा, क्योंकि मेरा परिवार और दोस्त मैच देखने के लिए वहां होंगे।"
स्टेडियम में मां सहित उनके दोस्त और परिवार उपस्थित थे
ये सिराज के लिए यह एक अच्छा दिन था क्योंकि स्टेडियम में उनकी मां सहित उनके दोस्त और परिवार उपस्थित थे। भले ही मैच का रुख शुभमन गिल के दोहरे शतक ने तय किया और टीम को 50 ओवरों में 349 के कुल स्कोर तक पहुंचाने में मदद की लेकिन कीवियो के पलटवार ने साबित कर दिया कि ये स्कोर भी चेज किया जा सकता था। ऐसे में सिराज की गेंदबाजी की अहमियत बढ़ जाती है। माइकल ब्रेसवेल और मिचेल सेंटनर ने अपनी प्रभावशाली साझेदारी के साथ खेल को मोड़ना शुरू कर दिया था। ब्रेसवेल ने विस्फोटक 78 गेंदों पर विस्फोटक 140 रन बनाए लेकिन भारत अंत में 12 रनों से जीत हासिल करने में सफल रहा।